देशव्यापी किसान आंदोलन के समर्थन में संयुक्त किसान मोर्चा और अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के आह्वान पर आहूत रेल चक्का जाम कार्यक्रम के तहत आज पूरे बिहार में चक्का जाम किया गया। बिहार में मैट्रिक की परीक्षा को देखते हुए यह कार्यक्रम 2 से 4 बजे तक लागू किया गया। आज के रेल चक्का जाम के द्वारा किसान विरोधी तीनों काले कानून की वापसी, बिजली बिल 2020 विधेयक की वापसी, फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी एवं मुजफ्फरपुर में धरने पर बैठे किसानों पर हमला करने वाले आरएसएस-बजरंग दल के कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी की मांग की गई।
आरा में भाकपा-माले के युवा नेता व किसान महासभा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य राजू यादव के नेतृत्व में सैंकड़ों कार्यकर्ताओं ने आरा रेलवे स्टेशन पर सासाराम-पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस के परिचालन को बाधित किया। इस कार्यक्रम में इनौस नेता शिवप्रकाश रंजन, आइसा नेता सबीर कुमार, पप्पू कुमार भी शामिल थे। जीआरपी थाना ने 13 लोगों को गिरफ्तार किया। पार्टी के राज्य सचिव कुणाल ने किसान व छात्र-युवा नेताओं की गिरफ्तारी की कड़ी आलोचना की है। रिपोर्ट मिलने तक आंदोलनकारी फाइन नहीं भरने पर अड़े थे।
पटना जंक्शन के एक नंबर प्लेटफार्म पर रेल को रोका गया, पुलिस के साथ प्रतिवाद के बाद स्टेशन परिसर में सभा की गई। जिसका नेतृत्व अखिल भारतीय किसान महासभा के कार्यालय सचिव राजेंद्र पटेल, बिहार राज्य किसान सभा जमाल रोड के मणिकांत ठाकुर, अखिल भारतीय किसान खेत मजदूर संगठन के विश्वजीत, बिहार राज्य किसान सभा केदार भवन के नेता के साथ-साथ जय किसान आंदोलन के ऋषि आनंद आदि ने किया।
पटना के सचिवालय हाल्ट पर भी कार्यक्रम संपन्न हुआ। बिहटा स्टेशन पर रेलवे ट्रैक पर विरोध सभा की गई जिसका नेतृत्व अखिल भारतीय किसान महासभा के राजेश गुप्ता ने किया। मसौढ़ी रेलवे स्टेशन पर पहुंचते ही एक्सप्रेस गाड़ी आई पुलिस के झड़प के बावजूद भी प्रदर्शनकारी किसान रेलवे ट्रैक तक गए तथा विरोध प्रदर्शित किए, जिसका नेतृत्व अखिल भारतीय किसान महासभा के जिला सचिव कृपा नारायण सिंह ने किया।
जहानाबाद में अखिल भारतीय किसान महासभा के राज्य सचिव रामाधार सिंह के नेतृत्व में जहानाबाद रेलवे स्टेशन पर रेलवे का पिरचालन बाधित किया गया। यह कार्यक्रम पुलिस के विरोध के बावजूद हुआ। सीतामढ़ी में भी यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ, जिसमें माले व इंसाफ मंच के कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। शेखपुरा में रेल रोकी गयी, जिसका नेतृत्व अखिल भारतीय किसान महासभा के राज्य परिषद सदस्य कमलेश मानव ने किया। नवादा में रेलवे ट्रैक पर विरोध सभा की गई जिसका नेतृत्व भोलाराम किशोरी प्रसाद आदि ने किया।
मुजफ्फरपुर में खुदीराम बोस के स्मारक से मार्च निकालकर मुजफ्फरपुर स्टेशन पर विरोध सभा की गयी, जिसका नेतृत्व अखिल भारतीय किसान महासभा की ओर से जितेंद्र यादव ने किया। वैशाली जिला में हाजीपुर जंक्शन पर रेलवे ट्रैक पर प्रदर्शन किया गया, जिसका नेतृत्व अखिल भारतीय किसान महासभा के राज्य अध्यक्ष विशेश्वर यादव ने किया। इसी जिले के वैशाली में ट्रैक पर किसानों ने इकट्ठा होकर विरोध सभा किया जिसका नेतृत्व रामचंद्र राय ने किया। लालगंज स्टेशन पर विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व डॉक्टर प्रेमा देवी ने की।
बक्सर जिला में ब्लॉक पर किसानों ने धरना देकर विरोध प्रदर्शित किया। धनसोई ब्लॉक के धरना का नेतृत्व किसान महासभा के राज्य उपाध्यक्ष अलख नारायण चैधरी ने किया।
भाकपा-माले और अखिल भारतीय किसान महासभा की ओर से कुमार परवेज द्वारा जारी