राजद्रोह के प्रकरण की धूल बैठने के बाद अब हिसाब-किताब चुकता करने का दौर है। समाचार चैनल Zee News ने इंडियन एक्सप्रेस और हिन्दू समूह की पत्रिका फ्रंटलाइन को कानूनी नोटिस भिजवाई है. कोयला काण्ड में रिश्वत खाने के आरोपी जेल रिटर्न चैनल संपादक सुधीर चौधरी ने इस बारे में मंगलवार दोपहर ट्वीट किया है।
Zee Media sends legal notice to @IndianExpress for publishing false report about @ZeeNews on #JNURow pic.twitter.com/0i8FnKvbHW
— Sudhir Chaudhary (@sudhirchaudhary) March 19, 2016
अगले ट्वीट में चौधरी ने फ्रंटलाइन का नोटिस लगाया है:
@ZeeNews sends legal notice to @frontline_india for publishing false news on #JNURow pic.twitter.com/DSebWRqKOi
— Sudhir Chaudhary (@sudhirchaudhary) March 16, 2016
Zee News जब से घोषित रूप से राष्ट्रवादी पत्रकारिता करने लगा है, उसके वकीलों को लम्बे समय बाद कुछ काम करने को मिला है वर्ना पिछली बार चैनल के संपादक सुधीर चौधरी को रिश्वतखोरी में जेल से छुडाने में ही सारी कानूनी ताकत लग गई थी. इस बार हालांकि ज़ी समूह अपनी कानूनी ताकत का इस्तेमाल धंधे के बंधुओं को हड्काने में कर रहा है. मीडिया समूहों के बीच अक्सर ऐसा देखने में नहीं आता क्योंकि पानी में रह कर मगर से कोई बैर नहीं करता. इस बार हालांकि पानी राष्ट्रवादी है, भगवा है जिसमें अधिकतर मीडिया प्रतिष्ठानों ने खड़े होने से इनकार कर दिया है. अकेले Zee News और Times Now राष्ट्रवाद के छिछले पानी में गोते लगा रहे हैं.
ज़ी को फ्रंटलाइन की जिस आवरण कथा से अपच हो गया है, उसे आप यहां पढ़ सकते हैं। इंडियन एक्सप्रेस को ज़ी ने जो नोटिस भेजा है, वह शैलजा बाजपेयी के मीडिया पर नियमित स्तम्भ को लेकर है जिसे यहां पढ़ा जा सकता है।