1-3 मार्च तक दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में NFF (नेशन फॉर फार्मर्स ) का राष्ट्रीय कन्वेंशन हुआ। यह संगठन पिछले वर्ष बना। इरादा किसानों की पीड़ा और संकट से मुँह मोड़ चुके मध्यवर्ग को फिर से संवेदनशील बनाना है। कन्वेंशन में माँग की गई कि मौजूदा कृषि संकट और किसानों की समस्या पर विचार के लिए संसद का तीन दिवसीय विशेष अधिवेशन बुलाया जाए।
मशहूर पत्रकार पी.साईनाथ इस आयोजन के मूल में शामिल थे। वे दशकों से कृषि संकट पर काम कर रहे हैं। उनका शोधपरक अध्ययन एक मिसाल है। पूर्व राष्ट्रपति वी.वी.गिरि के पौत्र पी.साईनाथ जैसे कृषि संकट पर इतना शोधपरक अध्ययन करने वाला दूसरा पत्रकार दिखता नहीं है। वे इस काम में इतना डूब चुके हैं कि किसानों को संगठित करने की दिशा में काम करने लगे हैं। पिछले नवंबर में किसानों के दिल्ली मार्च के आयोजन में भी उनकी भूमिका थी।
पेश है पी.साईनाथ से पंकज श्रीवास्तव की बातचीत जिसमें इस सिलसिले में उठते तमाम सवालों का जवाब है—