कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में दलित सम्मेलन के जरिए “संविधान बचाओ अभियान” की शुरु कर दिया है. राहुल गांधी ने संविधान बचाओ सम्मलेन की शुरुआत सुप्रीम कोर्ट द्वारा एससी-एसटी एक्ट में बदलाव लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद किया है.
इस सम्मेलन में कांग्रेस के दलित सांसद, पार्टी के देश भर के दलित विधायकों के साथ साथ जिला और पंचायत स्तर के चुने हुए दलित प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे. कांग्रेस के लगभग 5 हजार दलित प्रतिनिधियों के इस सम्मेलन में जुटने की उम्मीद है. इसकी शुरुआत के मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पार्टी के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद, मल्लिकार्जुन खड़गे और सुशील कुमार शिंदे शामिल हो सकते हैं.
पूरी संभावना है कि राहुल गांधी दलित सम्मेलन के मंच से दलितों के मुद्दे के साथ-साथ रेप, जजों जैसे दूसरे मुद्दों को लेकर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधेंगे. दलितों के मुद्दे पर कांग्रेस ने 9 अप्रैल को देश भर में सांकेतिक उपवास रखा था. दिल्ली में राजघाट पर राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी को दलित विरोधी बताया था.
SC/ST एक्ट में हुए बदलाव के विरोध में दलित भाइयों और बहनों के साथ खड़े होने के लिए और BJP/RSS की दलितों के प्रति भेदभाव की नीति को बेनक़ाब करने के लिए आज तालकटोरा मैदान में “संविधान बचाओ” रैली में शामिल हों।
आपकी भागीदारी और सहयोग की अपेक्षा है।#SaveTheConstitution
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 23, 2018