पिछले तीन साल में समाचार चैनल एनडीटीवी पर लगे सरकारी प्रतिबंधों और हमलों की सूरत में लगातार उसके साथ अभिव्यक्ति की आज़ादी के नाम पर खड़े रहने वाले संस्थान प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने चैनल से पत्रकारों की प्रस्तावित छंटनी के मामले पर डॉ. प्रणय रॉय को एक विनम्र पत्र लिखा है। प्रेस क्लब चाहता है कि एनडीटीवी के मालिकान क्लब में आकर पत्रकारों को समझाएं और अपने तर्क से राज़ी करें कि संस्थान से पत्रकारों को क्यों निकाला जा रहा है।
यह अपने किस्म का मौलिक कदम है। इससे पहले भी संस्थानों से पत्रकारों की छंटनी हुई है लेकिन हमेशा ही पत्रकारों की ओर से मालिकान का एकतरफ़ा विरोध किया जाता रहा है। कभी भी किसी ने यह समझाने के लिए मालिक को नहीं बुलाया कि उसने पत्रकार की नौकरी क्यों खा ली। यह पत्र डॉ. रॉय को गुरुवार को प्रेस क्लब प्रबंधन की ओर से भेजा गया है।
दरअसल एनडीटीवी ने अगले महीने तक अपने कार्यबल में 25 फीसदी की कमी करने की योजना बनाई है और इस संबंध में स्टॉक एक्सचेंज को आधिकारिक सूचना दी है। माना जा रहा है कि 250 कर्मचारियों की नौकरी समूह से चली जाएगी जिनमें पत्रकार और गैर-पत्रकार सभी होंगे। इस कदम के विरोध में कोई सभा या प्रदर्शन करने के बजाय प्रेस क्लब के प्रबंधन ने एक पत्र लिखकर डॉ. प्रणय राय को आमंत्रित किया है ताकि वे अपना पक्ष रख सकें।
अध्यक्ष गौतम लाहिड़ी व महासचिव विनय कुमार की ओर से हस्ताक्षरित और भेजा गया यह पत्र कहता है, ”हम चाहते हैं कि आपको प्रेस क्लब में एक सभा को संबोधित करने के लिए आमंत्रित किया जाए ताकि आप एनडीटीवी का पक्ष स्पष्ट कर सकें जिससे इतने बड़े स्तर पर छंटनी के पीछे का तर्क पत्रकारों को समझ में आ सके।”