प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी सोमवार को बनारस जायेंगे. साथ में फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों भी होंगे. एनडीटीवी की खबर है कि “पीएम मोदी और राष्ट्रपति मैक्रों के स्वागत के लिए बनारस के घाटों पर अर्ध चंद्राकार मंच तैयार किए गए हैं. घाट पर पहुंचते ही वह सबसे पहले अस्सी घाट जाएंगे जहां उनका स्वागत 21 शहनाई के सुरों से किया जाएगा”. इन सुरों के बीच आवारा कुत्तों की सड़ी हुई लाशों की भिनभिनाती बदबू जो बीच में आ गयी तो क्या होगा?
यह महज एक खुराफाती ख़याल नहीं है, हकीकत है. प्रधान सेवक के अपने क्षेत्र के दौरे से पहले प्रशासन ने एहतियातन कुत्तों की सामूहिक हत्या कर दी है. बनारस से अभिषेक झा ने एक विडियो भेजा है. विडियो की बातचीत अपने आप में एक कहानी है. कुत्तों को मौत का इंजेक्शन दिया गया है.
अभी बहुत दिन नहीं बीते थे कि बनारस की जनता ने शहर कोतवाल काल भैरव के यहां जाकर उन अफसरों और मंत्रियों के खिलाफ हत्या के एफआइआर की अर्जी लगाई थी जो गंगा पाथवे के नाम पर पूरे पक्कामहाल को चौपट करने पर तुले हुए हैं। काशी विश्वनाथ से सीधे गंगा दर्शन कराने के नाम पर योगी आदित्यनाथ की सरकार दोनों के बीच में आधे किलोमीटर की दूरी में आने वाले करीब 200 मकानों और देव स्थलों को तोड़ने की योजना बना रही है। बनारस के लोग रुष्ट होकर भैरोनाथ के पास पिछले महीने गए थे।
प्रशासन ने दो कदम आगे बढ़ते हुए काशी कोतवाल को ही सवारीविहीन कर डाला। शहर के कुत्तों को नगर निगम ने मौत का इंजेक्शन दे दिया। कुत्ते तड़प-तड़प कर मर रहे हैं और अस्सी नाले में छलांग लगा रहे हैं। उनकी लाशें गंगा में बह रही हैं।
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