भारत के महान फिल्मकारों में एक मृणाल सेन नहीं रहे। वे 95 वर्ष के थे। मृणाल सेन लंबे समय से बीमार चल रहे थे। दो साल पहले उन्हें ऑस्कर फिल्मों की ज्यूरी का सदस्य बनाया गया था। उनकी आखिरी फिल्म 2002 में आयी थी ‘’आमार भुवन’’। पचास साल से लंबे फिल्मी जीवन में वे रित्विक घटक और सत्यजित रे जैसे महान फिल्मकारों के समकालीन रहे। मृणाल सेन को समझने के लिए उनकी फिल्में देखना बुनियादी रूप से ज़रूरी है।
कोई दो साल पहले राज्यसभा टीवी के गुफ्तगू कार्यक्रम में इरफ़ान ने मृणाल दा का इंटरव्यू किया था जब वे बिस्तर पर थे। आज इस इंटरव्यू को देखा जाना चाहिए।