![](https://mediavigil.com/wp-content/uploads/2021/06/yogi-and-arvind.jpg)
बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व फ़िलहाल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को नहीं बदल रहा है लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर भी योगी पर जबर्दस्त दबाव अब बन गया है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि योगी को जल्द ही मंत्रिमंडल का विस्तार करना होगा जिसमे मोदी के करीबी अरविन्द शर्मा को भी उन्हें जगह देनी होगी। अब देखना होगा कि योगी अरविन्द शर्मा को अपने मंत्रिमंडल में कितना महत्वपूर्ण स्थान देते है लेकिन योगी पर उनका दबाव तो अब हर समय बना रहेगा।
ग़ौरतलब है कि अरविंद शर्मा मोदी के क़रीबी प्रशासनिक अफ़सर रहे हैं। रिटायरमेंट के बाद उन्हें यूपी में एमएलसी बनवाया गया। तब से ही कयास लगाये जा रहे हैं कि मोदी अरविंद शर्मा के जरिये यूपी को नियंत्रित करना चाहते हैं और जल्द ही उन्हें महत्वपूर्ण भूमिका सौंपी जायेगी।
इधर सियासी गलियारों में तमाम सरगर्मियों के बीच उत्तर प्रदेश के भाजपा प्रभारी राधा मोहन सिंह ने रविवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से राजभवन में मुलाकात की। मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि सही समय पर मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ इस पर फैसला लेंगे।
राज्यपाल से मुलाकात के बाद राधा मोहन सिंह ने कहा, ‘राज्यपाल पुरानी परिचित हैं और आज तक मिल नहीं पाया था। आज उसी औपचारिकता को लेकर मिलने जा रहा हूं। संगठन और सरकार अच्छी तरह चल रहे हैं। कुछ सीटें खाली हैं तो उचित समय पर मुख्यमंत्री निर्णय लेंगे।’
योगी मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलों के बीच भाजपा के प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह शनिवार को लखनऊ पहुंचे थे। देर शाम उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह तथा प्रदेश महामंत्री (संगठन) सुनील बंसल के साथ बैठक की। रविवार को गृह जनपद बिहार के मोतिहारी रवाना होने से पहले उन्होंने राज्यपाल से मुलाकात की। इसके बाद वे विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित से भी मिले ।
इससे पहले बीजेपी के संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने तीन दिन का लखनऊ दौरा किया था। इस दौरान वे दोनों उप मुख्यमंत्री और मंत्रियों के साथ अलग-अलग मिले थे। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या के साथ उन्होंने बंद कमरे में लगभग आधे घंटे तक बात की। इसके बाद डॉक्टर दिनेश शर्मा से मुलाकात हुई और फिर एक-एक करके सीनियर मंत्रियों से मिले। तभी से कयासों का दौर जारी है, हालांकि लखनऊ से जाने से पहले बीएल संतोष ने ट्वीट कर योगी सरकार के कामकाज की तारीफ की थी।
लेकिन चुनाव के पहले जिस तरह से यूपी बीजेपी में खींचतान मची है वह बताता है कि मोदी और योगी के बीच सबकुछ ठीक नहीं है।
नवसत्ता से साभार।