काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान एम.ए. द्वितीय वर्ष के छात्र व आइसा (बीएचयू) अध्यक्ष विवेक कुमार व आइसा के सदस्य प्रियांक मणि पर लंका पर शराब के नशे में व बिना वर्दी में लंका थाने पर नियुक्त उपनिरीक्षक प्रकाश सिंह द्वारा जानलेवा हमला किया गया व थाने में लाकर शारिरिक रूप से प्रताड़ित किया गया।
छात्रों पर पुलिसिया गुंडागर्दी नहीं चलेगी
_________________________बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) के छात्र विवेक कुमार सिंह व प्रियांक मणि को बनारस पुलिस ने आज देर रात जबरन गिरफ्तार कर लिया है।https://t.co/CXhlc3Bnry@Uppolice pic.twitter.com/ghqXJHyIpA
— AISA (@AISA_tweets) December 1, 2019
खबर के अनुसार, छित्तूपुर गेट के पास देर रात पुलिस का एक दरोगा और सिपाहियों ने मिलकर दो छात्रों को बुरी तरह से पिट पीटकर घायल कर दिया। नशे में धुत दरोगा ने चाय बिक्रेता भट्टी को लात मार कर तोड़ दिया। छात्रों की गलती इतनी सी थी कि उन्होंने इसका विरोध किया। इस बात पर तिलमिलाकर दरोगा ने छात्रों पर हमला बोल दिया।
Why have Priyank and Vivek, two BHU students been picked up late at night by Varanasi police? Is protesting against demolition of tea stall a crime? Is this how UP Police maintains law and order in the state? By unleashing abuse and illegal arrest? @myogiadityanath @narendramodi pic.twitter.com/lw3PM0nNPZ
— sucheta de (@sucheta_ml) December 1, 2019
इसकी सूचना बीएचयू के छात्रावासों में पहुंची तो वहां से बड़ी संख्या में छात्र एकजुट होकर लंका थाने पहुंच गए। उन्होंने थाने का घेराव कर दिया और सहपाठी को छोड़ने की मांग करने लगे। पकड़े गए छात्रों के अलावा भी कई छात्रों ने दरोगा पर अपनी पिटाई का आरोप लगाया। छात्रों की संख्या देख कई थानों की फोर्स मौके पर बुला ली गई।
मामला बिगड़ने की आशंका में एसपी सिटी दिनेश सिंह और एडीएम सिटी विनय कुमार सिंह भी मौके पर पहुंच गए। छात्रों को समझाने की कोशिश की लेकिन छात्र दरोगा पर कार्रवाई से कम पर मानने को तैयार नहीं हुए। इसके बाद छात्रों से दोषी पुलिसकर्मियों पर मारपीट करने और गाली गलौज करने की तहरीर ली गई और चितईपुर चौकी प्रभारी प्रकाश सिंह को सस्पेंड करने की घोषणा कर छात्रों को शांत किया।
उक्त प्रकरण में उ0नि0 प्रकाश सिंह को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वाराणसी द्वारा तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया।
— POLICE COMMISSIONERATE VARANASI (@varanasipolice) December 1, 2019
जानकारी के अनुसार दोषी अधिकारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।