
कांग्रेस पार्टी के पिछड़ा वर्ग की तरफ से प्रयागराज बसवार से शुरू हुई ‘नदी अधिकार यात्रा’ आज दूसरे दिन देर शाम डीहा पुहंची। कल देर रात मवैया गांव में याात्रा का पड़ाव था। निषाद समाज के लोगों ने जगह जगह पदयात्रियों का बहुत उत्साह और अपनत्व के साथ गाजे-बाजे संग स्वागत किया। प्रयागराज के बसवार गांव से शुरू हुई यह यात्रा लगभग 400 किलोमीटर की दूरी तय करके बलिया के माझी घाट पर समाप्त होगी।
#नदी_अधिकार_यात्रा के पहले दिन का पड़ाव इलाहाबाद के मवैया गांव में है। जब पदयात्री गांव पहुंचे तो निषाद समाज के लोग हर दरवाजे पर स्वागत स्नेहिल स्वागत किया। pic.twitter.com/J5IxTR9jGZ
— Anil Yadav (@anilinsaf) March 1, 2021
ग्रामीणों को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय सचिव ज़ुबैर खान ने कहा कि निषाद समाज के लोगों को कांग्रेस के शासन काल में बहुत सारे पारम्परिक हक़ और अधिकार मिले थे। नदियों और तालाबों पर उनका पट्टा था लेकिन यह सरकार अपने चंद पूंजीपति दोस्तों को खुश करने के लिए उनका हक़ छीनने की साजिश कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की सरकार आयी तो निषादों को उनके पारम्परिक हक़ और नदियों-तालाबों के पट्टे देंगे।
लवायन गांव में निषाद समाज को संबोधित करते हुए छत्तीसगढ़ के विधायक व संसदीय सचिव कुँवर सिंह निषाद ने कहा कि निषाद समाज आदि मालिक है। नदियों के किनारे सदियों से रहता आया है, लेकिन आज निषाद विरोधी यह सरकार हमारे समाज को नदियों से बेदखल करना चाहती है। हम अपने हक़ और अधिकार से बेदखल नहीं होंगे, बल्कि इस सरकार सत्ता से बेदखल होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि नदियों से नाव से बालू निकालने का हक़ दे सरकार और पीपे के पुलों के निर्माण में निषाद समाज को प्राथमिकता मिले।
चटकहना गांव में ग्रामीणों को संबोधित करते हुए प्रदेश सचिव राहुल राजभर ने कहा कि भाजपा सरकार में अतिपिछड़ा समाज का लगातार उत्पीड़न हो रहा है। भाजपा सत्ता में आने के पहले अतिपिछड़ों को आरक्षण की देने की बात करती थी लेकिन सत्ता में आने के बाद सामाजिक न्याय की हत्या कर रही है। उन्होंने कहा कि सपा-बसपा ने अतिपछड़ा सामाज को धोखा दिया है।
आज मवैया, लवायन कला, चटकहना, चांडी, खड्सड़ा, मनइया, खनिका गांवों में सघन जनसम्पर्क किया गया। साथ ही साथ पर्चा वितरण और नदी अधिकार पत्र भरवाए गए। खड्सड़ा से मनइया तक नाव यात्रा हुई।