आंदोलन@200: बढ़ता जा रहा है मोदी सरकार के ख़िलाफ़ किसानों का ग़ुस्सा!


दिल्ली की सरहदों पर किसानों के धरने के 200 दिन पूरा होने पर बीजेपी के ख़िलाफ़ ग़ुस्सा चरम पर। संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि भाजपा सरकार किसानों के धैर्य और संकल्प की परीक्षा ले रही है। किसान संघर्ष का इतिहास रचने को तैयार हैं। सभी मोर्चों पर आंदोलन में बड़ी संख्या में शामिल हों रहे हैं किसान। मोर्चा ने किसानों को मिलने वाली बिजली सब्सिडी के संबंध में भारत सरकार द्वारा किए गए नीतिगत बदलावों की भी कड़ी निंदा की है।


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दिल्ली की सरहद पर संयुक्त किसान मोर्चा  के धरने के आज 200 दिन पूरे हो गये। इस मौक़े पर किसानों ने तीनों कृषि क़ानूनों की वापसी तक संघर्ष जारी रखने का नये सिरे से संकल्प लिया। इस मौक़े पर किसानों के दुखदर्द और और संकल्प को जताने वाले कई कार्यक्रम भी हुए। ग़ाज़ीपुर बॉर्डर पर एक रैली भी निकाली जिसमें विभिन्न प्रदेशों के किसानो ने हिस्सा लिया। इसके अलावा धरनास्थलों पर पूरे सम्मान के साथ गुरु अर्जुन देव का शहादत दिवस भी मनाया गया।

इस मौक़े पर किसान संघर्ष मोर्चा ने बयान जारी करके कहा कि वह केंद्र सरकार के नागरिक विरोधी रवैये की कड़ी निंदा करता है। बयान मे कहा गया है कि हाल ही मे वित्त मंत्रालय ने उन राज्यों को हताश किया है जो कृषि और किसानों को बिजली सब्सिडी प्रदान करते हैं। मंत्रालय ने कृषि संबंधी कुछ शर्तों के आधार पर राज्य सरकारों को अतिरिक्त ऋण देने का फैसला किया है।  इस शर्तों में उन राज्यों को अधिक अंक देने का प्रावधान है, जिनके पास कृषि कनेक्शन के लिए बिजली सब्सिडी नहीं है या कृषि मीटर खपत पर सब्सिडी नहीं है या इससे संबंधित खाता ट्रांसफर प्रणाली नहीं है।

संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा कि आंदोलन की प्रमुख मांगों में से एक, केंद्र सरकार द्वारा विद्युत संशोधन विधेयक 2020 को ख़त्म करना भी है जिसमें कृषि में बिजली सब्सिडी को समाप्त करने के प्रस्ताव मौजूद हैं। हैरानी की बात ये है कि भारत सरकार ने 30 दिसंबर 2020 को इस कानून को वापस लेने पर सहमति जताते हुए किसानों की मांग को मौखिक रूप से मान लिया था। लेकिन अब वही चालें दूसरे रास्ते से की जा रही हैं।

मोर्चा के बयान में जानकारी दी गयी है कि दिल्ली के टिकरी बार्डर पर महिला सुरक्षा समिति का गठन डॉ जगमती सांगवान द्वारा किया जाएगा, इस समिति मे अन्य सदस्य सुदेश गोयत, अमृता कुंडू, सुमन हुड्डा, शारदा दीक्षित और सुदेश कंडेला होंगे। आंतरिक गलती के कारण, पहले की एक प्रेस विज्ञप्ति में एक गलत फ़ोन नंबर चला गया था। 9650463835 सही फोन नंबर है जहां महिलाएं किसी भी शिकायत निवारण के लिए इस समिति से संपर्क कर सकती हैं।

बयान में कहा गया है कि हरियाणा, झज्जर में भाजपा ने एक नया कार्यालय बना कर आगे बढ़ने की कोशिश की। प्रदर्शन कर रहे किसानों के आक्रोश से बचने के लिए भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ ने शिलान्यास कार्यक्रम का समय पूर्ववत कर दिया, लेकिन प्रदर्शनकारी किसान मौके पर पहुंचे और कार्यालय के लिए रखी नींव को हटा दिया। किसानों ने यह घोषणा की कि यह स्थान एक नया धरना स्थल बनेगा जहां से झज्जर जिले में जनविरोधी भाजपा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।

संयुक्त किसान मोर्चा के मुताबिक आंदोलन स्थल पर हर दिन बड़ी संख्या मे प्रदर्शनकारी पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और हरियाणा से पहुँच रहे हैं साथ ही अन्य दूर के राज्यो से भी किसान आंदोलन मे शामिल होने आ रहे हैं।

यह बयान बलबीर सिंह राजेवाल, डॉ दर्शन पाल, गुरनाम सिंह चढूनी, हन्नान मुल्ला, जगजीत सिंह डल्लेवाल, जोगिंदर सिंह उगराहां, शिवकुमार शर्मा(कक्का जी), युद्धवीर सिंह, योगेंद्र यादव की ओर से संयुक्त रूप से जारी किया गया है।

संयुक्त किसान मोर्चा( 200वां दिन, 14 जून 2021)
9417269294,
samyuktkisanmorcha@gmail.com