कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ आज संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर दिल्ली के बार्डर पर 138वें दिन भी धरना जारी रहा। मोर्चा की तरफ़ से जारी प्रेस बयान-
आज किसानी त्यौहार वैशाखी के पावन अवसर पर सयुंक्त किसान मोर्चा की तरफ से देश के किसानो व आम नागरिकों को शुभकामनाएँ। किसान अपनी खुशहाली व लाभदायक जीवन जीने के लिए लगातार संघर्ष कर रहा है। आज खेती घाटे का सौदा बनी हुई है। किसानों के घर में त्योहारों से ज्यादा मातम छाया रहता है। सरकार द्वारा लाये गए तीन खेती कानून इसी संकट को और गहरा करेंगे। किसानों की असली वैशाखी तब मनेगी जब उसकी फसल के एक-एक दाने को वाजिब दाम मिलेगा व कॉरपोरेट शोषण से मुक्ति मिलेगी।
खालसा पंथ का स्थापना दिवस आज सिंघु बॉर्डर पर मनाया गया। ज़ुल्म के खिलाफ लड़ते हुए हुए खालसा पंथ के शहीदों को श्रद्धांजलि दी गयी। टिकरी बॉर्डर पर आज अनेक कार्यक्रम आयोजित किये जिसमे किसानों मजदूरों के साथ साथ आसपास के लोगो ने भी भाग लिया। आज गाजीपुर बॉर्डर पर जलियांवाला बाग के शहीदों की याद में प्रभात फेरी और शहीदों के स्मारक पर पुष्पांजलि कार्यक्रम लिया गया। जलियांवाला बाग शहीद दिवस के अवसर पर सिंघू बॉर्डर पर संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं ने मंच से विचार चर्चा की और नाटकों और गीतों का भी प्रदर्शन किया गया।
सिंघु बॉर्डर पर सयुंक्त किसान मोर्चा के सहयोग के समाजसेवियों द्वारा आसपास के लोगों के लिए मेडिकल सेवाओ का एक सात दिवसीय कैम्प “सद्भावना मिशन” आयोजित किया गया है। इस कैम्प में आज सिंघु धरने के आसपास के हरियाणा व दिल्ली के करीब 200 लोगों ने यहा मेडिकल सेवाओ प्राप्त की। इस कैम्प में हर प्रकार की OPD से लेकर सर्जन व अन्य प्रकार की सेवाएं विदेशी मशीनों के सहयोग से प्रदान की जा रहा है। लोगो को दवाइयां व अनेक टेस्ट फ्री उपलब्ध है व विशेष रूप से आंखों का इलाज किया जा रहा है।
कल अम्बेडकर जयंती पर दिल्ली की सीमाओं पर हज़ारो की संख्या में दलित बहुजन पहुंचेंगे। कल सयुंक्त किसान मोर्चा द्वारा संविधान बचाओ दिवस मनाया जाएगा जिसमें सामाजिक न्याय के लिए संघर्षरत कई शख्शियत किसनो के धरनों में शामिल होंगे।
– डॉ दर्शन पाल
सयुंक्त किसान मोर्चा