कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अर्थव्यवस्था को लेकर एक बार फिर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने भारत की सिकुडती अर्थव्यवस्था को लेकर वीडियो सीरीज शुरू की थी। इसी वीडियो सीरीज की चौथी और अंतिम कड़ी के तहत राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में राहल गांधी ने लॉकडाउन के चलते अर्थव्यवस्था और देश के गरीबों-मजदूरों-किसानों पर हुए असर पर चर्चा की।
राहुल गांधी ने कहा कि “लॉकडाउन कोरोना पर आक्रमण नहीं था। लॉकडाउन हिंदुस्तान के गरीबों पर आक्रमण था। हमारे युवाओं के भविष्य पर आक्रमण था। लॉकडाउन मजदूर, किसान और छोटे व्यापारियों पर आक्रमण था। हमारी असंगठित अर्थव्यवस्था पर आक्रमण था।
राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि अचानक किया गया लॉकडाउन असंगठित वर्ग के लिए मृत्युदंड जैसा साबित हुआ। वादा था 21 दिन में कोरोना ख़त्म करने का, लेकिन ख़त्म किए करोड़ों रोज़गार और छोटे उद्योग। मोदी जी का जनविरोधी ‘डिज़ास्टर प्लान’ जानने के लिए ये वीडियो देखें।
अचानक किया गया लॉकडाउन असंगठित वर्ग के लिए मृत्युदंड जैसा साबित हुआ।
वादा था 21 दिन में कोरोना ख़त्म करने का, लेकिन ख़त्म किए करोड़ों रोज़गार और छोटे उद्योग।
मोदी जी का जनविरोधी 'डिज़ास्टर प्लान' जानने के लिए ये वीडियो देखें। pic.twitter.com/VWJQ3xAqmG
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 9, 2020
राहुल गांधी ने अपने वीडियों में कहा कि “कोरोना के नाम पर जो किया, वो असंगठित क्षेत्र पर तीसरा आक्रमण था। गरीब लोग, स्मॉल एंड मीडियम बिजनेस के लोग, रोज कमाते हैं और रोज खाते हैं। जब आपने बिना कोई नोटिस लॉकडाउन किया, आपने इनके ऊपर आक्रमण किया।
प्रधानमंत्री जी ने कहा कि 21 दिन की लड़ाई होगी। असंगठित क्षेत्र की रीढ़ की हड्डी 21 दिन में ही टूट गई। लॉकडाउन के बाद खुलने का समय आया। और आप देखिये कांग्रेस पार्टी ने एक बार नहीं अनेक बार सरकार से कहा कि गरीबों की मदद करनी ही पड़ेगी। न्याय योजना जैसी एक योजना लागू करनी पड़ेगी। बैंक अकाउंट में सीधे पैसा डालना पड़ेगा। नहीं किया।
हमने कहा कि स्मॉल एंड मीडियम बिजनेस के लिए आप एक पैकेज तैयार कीजिए, उनको बचाने की जरूरत है। बिना इस पैसे के ये नहीं बचेंगे। सरकार ने कुछ नहीं किया। उल्टा सरकार ने सबसे अमीर 15-20 लोगों का लाखों करोड़ रुपये टैक्स माफ किया।”
राहुल गांधी ने कहा कि “लॉकडाउन कोरोना पर आक्रमण नहीं था। लॉकडाउन हिंदुस्तान के गरीबों पर आक्रमण था। हमारे युवाओं के भविष्य पर आक्रमण था। लॉकडाउन मजदूर, किसान और छोटे व्यापारियों पर आक्रमण था। हमारी असंगठित अर्थव्यवस्था पर आक्रमण था।
हमें इस बात को समझना होगा। इस आक्रमण के खिलाफ हम सब को खड़ा होना होगा।”
इसके पहले राहुल गांधी ने वीडियो सीरीज के तीसरे एपीसोड में जीएसटी पर चर्चा की थी। उन्होंने कहा था कि “जीएसटी टैक्स की व्यवस्था नहीं है। जीएसटी हिंदुस्तान के गरीबों पर आक्रमण है। छोटे दुकानदार, स्मॉल एंड मीडियम बिजनेस वालों पर, किसान और मजदूरों पर आक्रमण है। हमें इस आक्रमण को पहचानना पड़ेगा और मिलकर एक-साथ इसके खिलाफ हम सब को खड़ा होना पड़ेगा।”
राहुल गांधी ने कहा कि जीडीपी में ऐतिहासिक गिरावट का एक और बड़ा कारण है- मोदी सरकार का गब्बर सिंह टैक्स (GST)। जीएसटी से बहुत कुछ बर्बाद हो गया। जैसे- लाखों छोटे व्यापार, करोड़ों नौकरियाँ और युवाओं का भविष्य और राज्यों की आर्थिक स्थिति। उन्होंने कहा कि GST मतलब आर्थिक सर्वनाश।
वीडियो सीरीज के दूसरे एपिसोड में राहल गांधी ने नोटबंदी के बारे में बात की थी। उन्होंने बताया था कि नोटबंदी ने जीडीपी में गिरावट के अलावा देश की असंगठित अर्थव्यवस्था को कैसे तोड़ा है।
राहुल गांधी ने कहा था कि नोटबंदी हिंदुस्तान के गरीब, किसान, मजदूर और छोटे दुकानदार पर आक्रमण था। नोटबंदी हिंदुस्तान के असंगठित अर्थव्यवस्था पर आक्रमण था। और हमें इस आक्रमण को पहचानना पड़ेगा। और पूरे देश को मिलकर इसके खिलाफ लड़ना पड़ेगा।
राहुल गांधी ने कहा था कि “प्रधानमंत्री कैशलेस हिंदुस्तान चाहते हैं। अगर कैशलेस हिंदुस्तान होगा तो असंगठित अर्थव्यवस्था तो खत्म हो जाएगी। नुकसान किसको हुआ? किसानों को मजदूरों को, छोटे दुकानदारों को, छोटे व मझौले उद्योग वालों को। जो कैश का प्रयोग करते हैं। जो बिना कैश जी ही नहीं सकते।
राहुल गांधी के वीडियो सीरीज के बाकी एपिसोड यहां पढ़ें और देखें –
राहुल का वीडियो वार: ‘मोदी के गब्बर सिंह टैक्स (GST) ने किया सर्वनाश!’
राहुल का वीडियो वार: नोटबंदी ग़रीबों पर आक्रमण थी, फ़ायदा अरबपतियों को मिला!
राहुल का वीडियो वार: अर्थव्यवस्था बरबाद कर ईश्वर को दोष दे रही है मोदी सरकार!