टेलीग्राफ़ में संजय के झा की बाईलाइन वाली खबर इस प्रकार है, कांग्रेस ने मंगलवार को विदेश मंत्री एस. जयशंकर से पूछा, 2020 में चीनी सैनिकों से लड़ते हुए गलवान में जान गंवाने…
देश के सबसे बड़े मीडिया हाउस की ओर से प्रकाशित हिंदी अख़बार नवभारत टाइम्स ने 18 दिसंबर को अपने लखनऊ दफ्तर में ‘कम्युनिटी कनेक्ट’ के तहत ‘कायस्थ समागम’ कराया। कायस्थ जाति में पैदा हुए महापुरुषों का गुणगान किया…
चार्ल्स बर्कले कहते हैं, “अगर आप हारने के लिए तैयार नहीं हैं, तो आप जीतने के लायक नहीं हैं..” फीफा वर्ल्डकप 2022 का फाइनल मुक़ाबला खेल के ही नहीं, जीवन के भी इसी…
शहादत दिवस पर विशेष “मैंने मुसलमानों में से एक नवयुवक निकालकर भारतवासियों को दिखला दिया, जो सब परीक्षाओं में पूर्ण उत्तीर्ण हुआ। अब किसी को यह कहने का साहस न होना चाहिए…
लॉरेंस लिवरमोर नेशनल लैबोरेट्री (एलएलएनएल) की ओर से फ्यूजन एनर्जी के क्षेत्र में एक बड़े ब्रेकथ्रू की घोषणा हुई है। अमेरिका के कैलिफोर्निया प्रांत में स्थित यह प्रयोगशाला कार्बनमुक्त और अक्षय स्रोत वाली…
दरअसल हर मीडिया संस्थान में ज्यादातर प्रचारक बैठे हैं पासपोर्ट वालों की संख्या 10 करोड़ हो जाएगी तो खबर, आयकर देने वालों की संख्या 11 करोड़ है तो टैक्स चोरी की शिकायत …
बिलावल ने जो कहा वह यूं ही नहीं है, भारत चाहे ‘कड़ी निन्दा’ करे, खबर तो वही है! भक्त स्कूल के बच्चों और व्हाट्सऐप्प विश्वविद्यालय के छात्रों को याद दिलाया जाए…
राफेल सौदे पर रवि नायर और परंजय गुहा ठकुराता की किताब, ‘फ्लाइंग लाईज?’ – बहुत मेहनत कर लिखी गई है और इसमें सौदे के सभी पहलुओं पर प्रकाश डाला गया है। भारतीय वायु…
हिमाचल प्रदेश के नतीजे ने पीएम मोदी की अपराजेयता का ढोल बजा रहे गोदी मीडिया के लिए थोड़ी परेशानी तो खड़ी कर दी थी लेकिन उसने बेशर्मी से ये काम जारी रखा। हिमाचल…
मीडिया के लिए कहानियों का खजाना है पर यह उम्मीद व्यर्थ है कि वह इसका उपयोग करेगा रफाल सौदे पर नई आई पुस्तक के लोकार्पण की सूचना देते हुए मैंने बताया…
कायदे-कानूनों की संस्थागत और संरक्षकों द्वारा हत्या कायदे कानूनों की अलग और नई व्याख्या इस सरकार में जितनी हुई है उतनी पहले कभी नहीं हुई। अब तो यह सर्वविदित है कि…
यह तस्वीर एस.के.यादव की है जो हिंदी-पट्टी में फोटो पत्रकारिता का जाना-पहचाना नाम हैं। इन दिनों इलाहाबाद विश्वविद्यालय में फोटो पत्रकारिता पढ़ा रहे एस.के.यादव कभी वहाँ से निकलने वाले अख़बारों की शान हुआ…
भारत में मीडिया और मीडिया वालों की जो दशा है वह किसी से छिपी नहीं है। मुनाफा कमाने के लिए कारोबार के रूप में चलाए जाने वाले संस्थानों को विज्ञापनों के दम पर…
आल्ट न्यूज के एक लेख के अनुसार, 28 नवंबर को गोवा में इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI) के समापन समारोह के दौरान, एक इजरायली फिल्म निर्माता, ज्यूरी हेड नादव लैपिड ने फिल्म…
इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के निर्णायक मंडल के अध्यक्ष, नादव लापिड ने सोमवार को पणजी, के समापन समारोह में कहा कि, विवेक अग्निहोत्री की फिल्म, “द कश्मीर फाइल्स” एक ‘प्रोपेगेंडा और वल्गर फिल्म’ है…
“ मैं कभी ऊपर उठता हूं, कभी नीचे गिरता हूं, बीच दोनों के मैं इंडियन हूं, करता हूं मैं अतिक्रमण, तुम्हारी अमेरिकी अवधारणा का!” ( ई. डोनाल्ड टू – रिवर्स; अमेरिकी…
31 जुलाई को प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा शिवसेना (उद्धव बालासाहेब) के सांसद संजय राउत की पात्रा चाल पुनर्विकास मामले में गिरफ्तारी पर ज़मानत के मामले की सुनवाई करते हुए, पीएमएलए अदालत ने ED…
खबरों के साथ पत्रकारीय न्याय करने में भी डरते हैं संपादक ‘एक जैसी खबरें, एक साथ’ का सामान्य सा सिद्धांत है ‘ नोटबंदी के मामले में सुनवाई टालने की अपील पर सुप्रीम…
"मैंने नामवर सिंह और मैनेजर पांडेय के विचारों की भिड़न्त में अनेक मर्तबा नामवर सिंह को सामंत की तरह आचरण करते पाया है और पांडेयजी को लोकतांत्रिक पाया है। नामवर सिंह का मैं…
हद तो ये है कि हिंदू राष्ट्र के विचार को पागलनपन बताने वाले सरदार पटेल को बीजेपी कई सालों से अपना नायक बताने में जुटी है। सच्चाई ये है कि सरदार पटेल पक्के…
आरएसएस और बीजेपी को इसके लिए धन्यवाद ज़रूर देना चाहिए कि उसने इतिहास में लोगों की दिलचस्पी नए सिरे से पैदा की। बीजेपी और संघ के प्रचारतंत्र ने नेहरू को विलेन बनाने के…
तेलंगाना सरकार ने राज्य में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को मामलों की जांच के लिए दी गई आम सहमति वापस ले ली है। इससे पहले राज्य में सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) अब…
सरकार, ईडी (एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट) यानी प्रवर्तन निदेशालय के निदेशक, संजय मिश्र को तीन साल का और सेवा विस्तार देना चाहती है। पर सुप्रीम कोर्ट का सितंबर 2021 का एक फैसला इस सेवा विस्तार…
इस आधी–अधूरी ख़बर के साथ इतनी जल्दबाज़ी क्यों? हिन्दुस्तान टाइम्स में आज पहले पन्ने पर सिंगल कॉलम की एक छोटी सी खबर है, “राजीव गांधी फाउंडेशन का एफसीआरए (विदेशी योगदान विनियमन अधिनियम)…
अखबारों का काम है खबर देना। कुछ खबरें ऐसे दी जा सकती हैं जो मन मस्तिष्क में दर्ज हो जाए। टालू अंदाज में अखबार के पन्ने भरना अखबार निकालना नहीं है और ना…