संजय कुमार सिंह इंडियन एक्सप्रेस में हर इतवार को प्रकाशित होने वाले पी चिदंबरम के आज के आलेख का शीर्षक है – फर्स्ट एनार्की, नाऊ ऑटार्की (First anarchy, now autarky)। यह…
अनिल यादव हमने युगों तक पदाघात और कठोर भावनात्मक प्रयास किए कि हमारी स्त्रियां गाय जैसी हों. गुनाहों के देवता के चंदर की सुधा तो एकदम गऊ है, यह कहने में उसकी निरीहता के…
तन्मय त्यागी का कार्टून वार…मीडिया विजिल पर हर रविवार..
संसद-चर्चा राजेश कुमार झूठ को झूठ की तरह पहचानना असंसदीय है, इसलिये कहना होगा कि यह सरकार का एक और असत्य था- असत्य के कई प्रयोगों में से एक। यह असत्य था…
रवीश कुमार सबसे पहले दो तीन तारीखों को लेकर स्पष्ट हो जाइये। 10 अप्रैल 2015 को प्रधानमंत्री मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति ओलांद रफाल डील का एलान करते हैं। इसके 16…
इस रंग बदलती दुनिया में इंसान की नीयत ठीक नहीं …. संजय कुमार सिंह प्रभात खबर का आज का पहला पेज। इसमें दो बड़ी गलतियां हैं। अखबार का नाम पहले…
रामशरण जोशी सामंतवादी मानसिकत और कॉरपोरेट पूंजीवाद के फासीवाद की प्रोडक्ट वर्तमान व्यवस्था की सड़ांध अब उफान पर है. इसके मेनहोलों से गटर की गंदगी रह रह कर बाहर आ रही…
चंद्र प्रकाश झा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बार -बार उत्तर प्रदेश का दौरा करने के मायने किसी से छुपे नहीं हैं। मोदी जी ने माह भर पहले उत्तर प्रदेश में संत…
डॉ.आंबेडकर के आंदोलन की कहानी, अख़बारों की ज़़ुबानी – 26 पिछले दिनों एक ऑनलाइन सर्वेक्षण में डॉ.आंबेडकर को महात्मा गाँधी के बाद सबसे महान भारतीय चुना गया। भारत के लोकतंत्र को एक आधुनिक…
विकास नारायण राय मुजफ्फरपुर बाल गृह प्रकरण में शुरुआती चुप्पी के बाद अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कितने ही दिलेर शब्दों में अपराधियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की बात करें,पोक्सो एक्ट…
प्रकाश के रे साल 691-92 में डोम ऑफ द रॉक का काम पूरा होने के तुरंत बाद ही अब्द अल-मलिक ने मक्का, फारस और इराक के इलाकों को अपने कब्जे में कर लिया. इस…
ये इमरजेन्सी नहीं,लोकतंत्र का मित्र बनकर लोकतंत्र की हत्या का खेल है ! (पुण्य प्रसून वाजपेयी) ‘क्या ये संभव है कि आप प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नाम ना लें ?’ ‘आप…
अनिल यादव टाई लगाने वाले तीन पत्रकारों को सरकार द्वारा एक मीडिया हाउस से तिड़ी कराए जाने पर मची कचरघांव का यह मतलब कतई नहीं है कि लोग अचानक लोकतंत्र और आजाद मीडिया…
तन्मय त्यागी का कार्टून-वार..मीडिया विजिल पर, हर रविवार…
दास मलूका कौन हैं, यह जानने से ज़्यादा अहम यह जानना है कि हमारे समय में ऐसे लोग हैं जो दास मलूका जैसी दृष्टि रखते हैं। यह दृष्टि हमें उस ‘गोपन’ की यात्रा कराती…
वीरेंद्र यादव बाबा साहेब आम्बेडकर के अधिग्रहण की मुहिम के बाद अब भगवा ताकतों के निशाने पर प्रेमचंद हैं. आरएसएस के मुखपत्र ‘पांचजन्य’ ने अपने 5 अगस्त (2018) के अंक को…
रामशरण जोशी पाक चुनावों के नतीजों से साफ़ है पड़ोसी देश पाकिस्तान में पूर्व क्रिकेट खिलाडी इमरान खां की प्रॉक्सी से फौज़ी हुकूमत की वापसी हो रही है. हालांकि पूर्व निर्वाचित…
चंद्र प्रकाश झा राजस्थान विधान सभा के आगामी चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की जीत आसान नहीं लगती हैं। पार्टी के जनाधार में गिरावट का पता राज्य में इसी वर्ष फरवरी…
बाबरी-मस्जिद राममंदिर विवाद में सुप्रीम कोर्ट अब बौद्धों के दावे की भी सुनवाई होगी। दरअसल, अयोध्या के निवासी विनीत कुमार मौर्य ने दावा किया है कि विवादित ज़मीन पर दरअसल मंदिर या…
डॉ.आंबेडकर के आंदोलन की कहानी, अख़बारों की ज़़ुबानी – 25 पिछले दिनों एक ऑनलाइन सर्वेक्षण में डॉ.आंबेडकर को महात्मा गाँधी के बाद सबसे महान भारतीय चुना गया। भारत के लोकतंत्र को एक…
प्रकाश के रे दुआओं और ख़्वाबों से पुरनम है जेरूसलम की हवा कारखानाई शहरों की हवा की मानिंद. यहाँ साँस लेना मुश्किल है. गाहे-बगाहे तारीख़ की खेप आती रहती है और…
तन्मय त्यागी का कार्टून-वार, मीडिया विजिल पर हर रविवाार…
राजेश कुमार प्रधान सेवक ने हमले की शुरुआत विपक्ष, खासकर कांग्रेस पर ‘नकारात्मकता और विकास के प्रति ‘विरोध-भाव’ का आरोप लगाकर की। उन्होंने मुद्दों पर बहस करने की कांग्रेस अध्यक्ष राहुल…
रवीश कुमार पगड़ी वाले सरदार जी, Man in turban भारत में आम लोग और मीडिया के टिप्पणीकार कई बार सहजता से बोल जाते हैं। मासूमियत से भी और नहीं जानने के कारण भी…
चंचल समाजवादी आंदोलन का अचानक भसक जाना हम जैसों की कमर ही नही तोड़ दी , बल्कि समूची सियासत की ही छीछालेदर कर दी । सियासत के फलने फूलने और असल अमल तक…