आज से लगभग 22 साल पहले, 1997 में प्रसिद्ध अकादमिक रॉबिन जेफ्री ने प्रतिष्ठित पत्रिका इकनॉमिक एंड पॉलिटिकल वीकली (ईपीडब्लू) में भारत के समाचारपत्रों पर 11 खंड में ‘इंडियन लैंग्वेजेज़ न्यूज़पेपर्स’ नाम से…
सोनभद्र के घोरावल से करीब 25 किलोमीटर दूर उम्भा गांव में 16 जुलाई, 2019 को हुई गोलीबारी की आपराधिक घटना को महीना भर होने आ रहा है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी आज वहां…
असल में संकट ये है कि पुराना मर रहा है और नया पैदा नहीं हो सकता। इस बीच की खाली जगह में लागातार अलग-अलग तरह की बीमारियों के लक्षण पनप रहे हैं। –…
उतरते सावन की बरसात ने हाल-बेहाल कर रखा है। मोहल्ले में घंटों से बिजली गुल है। उमस के मारे, लोग बेचारे गली के नुक्कड़ पर जमा हैं। मोहल्ला महासभा में अनुच्छेद 370 की…
आज 9 अगस्त है। अगस्त क्रांति का दिन। 1942 के इस दिन एक ऐसी क्रांति की शुरुआत की जिसने पूरे भारत को अपने चपेट में ले लिया था। आज़ाद होने की चाहत ने…
अनुच्छेद 370 को हटाने के नाम पर संसद के अंदर और बाहर, स्वतंत्रता आंदोलन के नायकों को लेकर जैसे झूठ बोले गए, वह हैरान करने वाला है। प्रधानमंत्री मोदी ने इसे हटाने को…
जब हथियारों के सौदे लाभ-उन्मुख हो जाते हैं, तो वे युद्ध के माध्यम से लाभ जारी रखने के लिए संघर्ष को बढ़ावा देते हैं भारतीय अर्थव्यवस्था जहां पूरी तरह से वैश्विक बाज़ारों से…
शाखा बाबू एक बार फिर बालाकोट मोड में हैं। एक्साइटमेंट का पारावार नहीं है। भूलता जा रहा जुमला फिर याद आ रहा है… अकेले-अकेले मुस्कियाते हैं, कुछ-कुछ बुदबुदाते हैं, लेटे-लेटे अपना हाथ चमकाते…
बीते 28 जुलाई 2019 को दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में रोसालिंड विल्सन मेमोरियल लेक्चर के दौरान न्यायमूर्ति ए पी शाह ने “जजों का आंकलन करना: जवाबदेही और पारदर्शिता की ज़रुरत” (Judging the…
हिंदी के लोकप्रिय टीवी पत्रकार रवीश कुमार को रेमन मैग्सेसे पुरस्कार दिए जाने की घोषणा हुई है। इस घोषणा पर सोशल मीडिया में जश्न जैसा माहौल है और यह स्वाभाविक भी है। आज…
1991-1992 के बजट भाषण को तत्कालीन वित्त मंत्री मनमोहन सिंह ने फ्रांसीसी उपन्यासकार विक्टर ह्यूगो के एक उद्धरण के साथ समाप्त किया था: “पृथ्वी पर कोई भी शक्ति एक विचार को नहीं रोक…
पिछले हफ्ते को कई बातों के लिए याद किया जा सकता है और अगर न चाहें तो याद करने योग्य कुछ भी नहीं हुआ है। उदाहरण के लिए, देश के 49 कलाकार व…
खालिस्तान आंदोलन के लिये भिंडरावाले का समर्थन किया जाना पार्टी विशेष के राजनीतिक स्वार्थ साधने का तरीका था, लेकिन उसके कारण हुई हिंसा ने यह साबित किया कि साम्प्रदायिक उन्माद एक ऐसे जिन्न…
सोलहवीं लोकसभा के चुनाव में मुसलमान सांसदों की संख्या 22 से बढ़कर 27 हो गयी है। फिर क्या माना जाए कि देश पुराने समय में लौट आया है और भाजपा अब मुसलमानों के…
बीती 8 जुलाई को उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधी दस्ते ने मनीष और अमिता के घर पर सुबह छह बजे धावा बोल कर उन्हें गिरफ्तार किया। पुलिस की एफआइआर के अनुसार ‘‘अधिसूचना प्राप्त…
मार्क्सवादी चिंतक तथा धनबाद से तीन बार सांसद रहे एके रॉय का निधन भारत में क्रांतिकारी आंदोलन के एक युग के अंत का द्योतक है। 1989 में संसद में सांसदों के वेतन-भत्ते में…
“मेरी अम्मी बावली होकर सबसे पूछती है कि मेरा बेटा इरशाद कब वापस आएगा?” फर्जी एनकाउंटर में मारे गए इरशाद की बहन सायबा का यह बयान सुन कर दिल में एक अजीब सा…
इतिहासकार रोमिला थापर ने ‘भारत का इतिहास’ में लिखा था कि भारत कई शताब्दियों में एक साथ जीता है। संदर्भ बिल्कुल अलग है लेकिन भारतीय मीडिया घरानों के क्रिया-कलापों को देखें तो आप…
“ई मिसरा है तो भरतौल कइसे है यार?” “भरतौल…? इ का होता है?” बरेली के विधायक की भागी हुई लड़की पर बहस बनारस के गैर पंजीकृत ब्राह्मण महासभा की पंचायत में राजा घाट के…
बुद्धिजीवियों ने धर्म पर काफी कुछ लिखा-बोला पर है पर मौजूदा स्थिति में वे आम जन से संवाद स्थापित नहीं कर पा रहे हैं। संवेदनशील मुद्दों पर घर के बाहर “खुले में” बात…
हमारे समाज का तथाकथित प्रगतिशील तबका एक साथ कई आवरणों में जीता है। कभी आपको लग सकता है कि महिलाओं के मामले में वह काफी रैडिकल पोजीशन लेकर खड़ा है लेकिन जब बात…
[मलूका इधर बहुत बिजी रहे। मंत्रियों को चार्ज-वार्ज दिलवाना था। कश्मीर पर शाह जी का भाषण कराना था। मोदी जी से उसको ट्वीट कराना था। न शाखा बाबू के घर जा सके, न…
किसी भी देश या फिर इलाके के विकास के लिए ज़रूरी है कि गर्भवती औरतों और नवजातों की मौत को कम किया जाय, किन्तु कॉर्पोरेटपरस्ती के लिए चलाये जा रहे आर्थिक विकास के अजेंडे…
कांग्रेस पार्टी की सेवा करना मेरे लिए गौरव की बात है, जिसके मूल्यों और आदर्शों ने हमारे सुंदर राष्ट्र के निर्माण में रक्त का काम किया है। मेरे देश और संगठन ने मुझे…
हमारी संस्कृति का ताना-बाना पूरी तरह धर्म के इर्द-गिर्द बुना हुआ है। कई मायनों में यह जुड़ाव इस हद तक है कि धर्म और संस्कृति का भेद न के बराबर है। देश की…