छात्रों और उनमें भी दो लड़कियों के खिलाफ यूएपीए लगाना और हाईकोर्ट की प्रतिकूल टिप्पणियों के बावजूद पुलिस का सुप्रीम कोर्ट जाना असाधारण है। यहां उल्लेखनीय है कि समझौता एक्सप्रेस ब्लास्ट मामले में…
पूरी सुनवाई के दौरान यह होता रहा कि जज उसे टोकते रहे और वह अपनी बात कहती रही. एक बार उसने कहा, “जिस तरह गुलामों ने आपके अन्यायपूर्ण कानून के क्रूर हाथों से…
इंडियन एक्सप्रेस में एक और खबर है जो बताती है कि कि भारत में ट्वीटर के मुखिया को ढूंढ़ती हुई दिल्ली पुलिस मुंबई पहुंच गई थी और 31 मई को उनसे दफ्तर में…
जानता हूँ कि इस बार नारायणन साहब की तरह के राष्ट्रपति नहीं हैं और न प्रधानमंत्री ही वाजपेयी जी जैसे हैं। लेकिन मैं यह जरूर अनुरोध करूँगा कि प्रधानमंत्री इतिहास की घटनाओं से…
गुरुग्राम से चंपा ने फॉउंडेशन को बताया, "मुझे मेरी मालकिन ने अप्रैल में ही निकाल दिया था, मैंने जब आफ़त की घड़ी में उनको फ़ोन किया तो वो मुझपर झल्ला उठीं और बोलीं…
सीपीसी के सत्तारोहण के बाद का इतिहास भी अब 71 साल से अधिक का हो चुका है। चीन की जो उपलब्धियां हैं, उनकी जमीन इसी दौर तैयार हुई और इसी दौरान वे साकार…
दूसरी ओर यह भी सही है कि दिल्ली दंगों में गलत ढंग से गिरफ्तार तीन लोगों को हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बावजूद उन्हें तुरंत नहीं छोड़ा नहीं गया। पुलिस के अपने कारण…
हालांकि हमारे लिए यह सोचने को रह जाता है कि अमीर मुल्कों को इस सत्कार्य से अबतक किसने रोक रखा था? उनकी कंपनियां इधर का रुख करतीं तो आईएमएफ और वर्ल्ड बैंक से…
अगर वह नियम नहीं मान रहा है (अव्वल तो सरकार की बात भी मानना चाहिए पर बात तो बात जैसी हो) तो सरकार उसे बोरिया बिस्तर समेटने के लिए मजबूर कर सकती है।…
मोदी सरकार ने योगी जी और मोदी जी की भेंट से दो दिन पहले 9 जून को निर्वाचन आयोग के तीसरे आयुक्त के रिक्त पर 1984 बैच के आईएएस अफसर रहे अनूप चंद…
जब चीन की कम्युनिस्ट पार्टी अपनी शताब्दी मनाने की तैयारियों में जुटी है, तब बाकी दुनिया के लिए दिलचस्पी का विषय यही समझना है कि आखिर चीन ने अपनी ऐसी हैसियत कैसे बनाई?…
इंडियन एक्सप्रेस में यह पहले पन्ने पर है और शीर्षक में नई बात यह है कि राम मंदिर ट्रस्ट ने इस आरोप से इनकार किया है। दूसरी ओर, संजय सिंह ने कहा, 'मर्यादा…
'मुझे यकीन है, कांग्रेस ख़त्म नहीं होगी। क्या रूप होगा, मैं नहीं कह सकता। लेकिन मेरा अनुमान है परिस्थितियाँ कॉंग्रेस को आत्मबदलाव के लिए मजबूर कर देंगी। यह प्रकृति का नियम है। उसका…
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है, मजाक को ‘सिविल’ होना चाहिए। मुझे नहीं पता इससे उनका क्या तात्पर्य है। लेकिन सच यह है कि सरकार कार्टून में उलझ गई है और उसका…
आज द टेलीग्राफ ने जनहित की खबर दी है और बताया है कि सत्तारूढ़ पार्टी कैसे आम लोगों को या अपने विरोधियों को परेशान कर रही है। विनोद दुआ के मामले में सुप्रीम…
असंगठित श्रमिक संघ (Unorganised Workers’ Federation), जो तमिलनाडु के गैर-कृृषि श्रमिकों, निर्माण मज़दूरों, फेरी वालों और अन्य असंगठित मजदूरों का प्रतिनिधित्व करता है, ने मुख्य मंत्री व प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर मांग की…
बिहार में कोविड से मरने वालों की संख्या अचानक 72 प्रतिशत बढ़ गई। यह खबर आज ‘द हिन्दू’ और ‘द टेलीग्राफ’ में लीड है। ‘हिन्दुस्तान टाइम्स’, ‘इंडियन एक्सप्रेस’ और ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ में…
नागरीप्रचारिणी सभा की स्थापना क्वींस कॉलेज, वाराणसी की नवीं कक्षा के तीन छात्रों - बाबू श्यामसुंदरदास, पं. रामनारायण मिश्र और शिवकुमार सिंह ने इसी कॉलेज के छात्रावास के बरामदे में बैठकर की. बाद…
मीडिया की मानें तो कांग्रेस "मरी हुई" पार्टी है। लेकिन अंग प्रत्यारोपण के लिए हमेशा एकमात्र राजनीतिक दल के काम आती है। जो "अंग" भाजपा में प्रत्योरोपित होते हैं वे भी चहकते हैं।…
केंद्र सरकार की टीका नीति पलट जाने और नई घोषणा के बाद टीकों के मामले में फॉलोअप अखबारों का बड़ा और महत्वपूर्ण काम है। इससे संबंधित कई मुद्दे चर्चा योग्य हैं पर आज…
भारत की केंद्रीय सत्ता पर सात बरस से काबिज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भारतीय जनता पार्टी ( भाजपा) की उत्तर प्रदेश विधान सभा के अगले चुनाव को लेकर बेइलाज उलझनों फँसी ही थी…
आज हेडलाइन मैनेजमेंट का असर देखने का दिन है। खबर तो सबको मालूम ही थी और इस लिहाज से के अखबारों की लीड तय थी। बात प्रस्तुति की है और किसी ने निराश…
100 करोड़ लोगों को फायदे की बात कैसे कही जा सकती है जब पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनकड़ पर यह आरोप है कि उन्होंने अपने छह रिश्तेदारों-करीबियों को ओएसडी बना रखा है।…
मुख्य खबरों या सरकार विरोधी खबरों से ध्यान हटाने के लिए सरकार मीडिया को पर्याप्त मसाला देती रहती है और मीडिया अपनी तरफ से मामले नहीं उठाता है यह अब कोई नई बात…
कोविड संक्रामकता के इस दौर में पर्यावरण का मुद्दा और भी अहम् हो चुका है। पर्यावरण को स्वच्छ और संतुलित रखने की पहल 1972 में स्टॉकहोम में हुए प्रथम पर्यावरण सम्मेलन (जिसमें 119…