क्या भारत को स्थायी ध्रुवीकरण की स्थिति में होना चाहिए? सत्ता प्रतिष्ठान स्पष्ट रूप से चाहता है कि भारत के नागरिक यह विश्वास करें कि ऐसा वातावरण उनके सर्वोत्तम हित में है। चाहे…
संयुक्त राष्ट्र की सर्वोच्च स्वास्थ्य संस्था (विश्व स्वास्थ्य संगठन) महामारी आपदा प्रबंधन और महामारी से बचाव के लिए वैश्विक संधि बनाने की प्रक्रिया को आगे बढ़ा रही है। जन सुनवाई हो रही हैं…
बाबा साहब डॉ बी आर अंबेडकर की 131वीं जयंती मनाई जा रही है। जाति व्यवस्था पर उनके नजरिए देखना जरूरी पड़ जाता है जब देखते हैं कि हाल के राज्यों के चुनाव में…
(हम भारतीय संविधान के निर्माता बाबासाहेब भारत रत्न डॉ. भीमराव आंबेडकर के जन्म के 132वें साल में प्रवेश कर रहे हैं। ये एक ऐसा समय है, जब पूरी दुनिया एक भयानक संकट से…
बीजेपी के केंद्र और तमाम राज्यों में सत्तारूढ़ होने के साथ डा.आंबेडकर के विचारों को दफनाकर उनको मूर्ति में बदलने की कोशिश तेज़ हुई है। उन्हें एक हिंदू समाज सुधारक बताने का पूरा…
डॉ.आंबेडकर की लोकतान्त्रिक दृष्टि …
साहनी ने लिखा ´एक नास्तिक के लिए आस्तिकता के साथ जरा-सा भी समझौता करना खतरे से खाली नहीं है,क्योंकि आज के जमाने में धर्म एक ऐसी व्यापारिक संस्था बन गया है कि उसके…
आपको डर नहीं लगता ?... "पहले लगता था जब पत्रकार था", पटेल ने जवाब देते हुए कहा, "लेकिन जब से एक्टिविस्ट हुआ हूँ तबसे नहीं लगता... जब अपने अंदर आप जानते हों कि…
13 अप्रैल 1919, बैसाखी के दिन लगभग 4:00 बजे जनरल डायर लगभग डेढ़ सौ के सिपाहियों को लेकर जलियांवाला बाग में पहुंचा। वहां रौलेट एक्ट के खिलाफ एक जनसभा हो रही थी। बैसाखी…
ज्योतिबा फुले (11 अप्रैल 1827-28 नवंबर 1890 ) को हमें उनके वास्तविक रूप मे देखने का प्रयास करना चाहिए। भारत मे ब्राह्मणवादी विचारधारा के मजबूत होते जाने के दौर मे दो विपरीत खेमों…
पुण्य प्रसून वाजपेयी 1952 से लेकर 2019 तक के लोकसभा चुनाव में राजनीतिक दलो को हमेशा से फ़ंडिंग होती रही है। पहले टाटा-बिरला सरीखे उद्योगपतियों ने फंडिग की और अब सैकड़ों कारपोरेट…
जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष चंद्रशेखर की आज से ठीक 25 साल पहले 31 मार्च 1997 की सीवान में दिनदहाड़े हत्या कर दी गई थी। कुछ दिन पहले दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में छात्रों…
“जब सच कहने के पीछे की नीयत ख़राब हो, तो वह हर झूठ से ज़्यादा ख़तरनाक़ होता है” विलियम ब्लेक हम सबने, “सच, पूरा सच और सच के सिवा कुछ नहीं”का जुमला अक्सर…
आज 25 मार्च को सरदार भगत सिंह के सरपरस्त, पंडित नेहरू के छोटे भाई समान मित्र और यूपी कांग्रेस कमेटी के तत्कालीन अध्यक्ष श्री गणेश शंकर विद्यार्थी का शहादत दिवस है। सरदार भगत…
(यह लेख, 5 साल पहले लिखे गए लेख का वर्तमान समय में विस्तार है। इसे 2016 में सबरंग के लिए लिखा गया था, लेखक का मानना है कि इसकी प्रासंगिकता अब और बढ़…
जश्न-ए-भगत सिंह-6 ( यह लेख भगत सिंह ने जेल में रहते हुए लिखा था और यह 27 सितम्बर 1931 को लाहौर के अखबार “ द पीपल “ में प्रकाशित हुआ । इस लेख…
अब तो हमारे लोग क्रूरता और विभाजन में अंग्रेज़ों से भी एक कदम आगे निकल चुके हैं। मौजूदा स्थिति में अपने हीं धर्म से ताल्लुक रखने वालों को भी नहीं छोडा जा रहा।…
नरेश बारिया स्वदेशी आज के दौर का युवा ना कभी लायब्रेरी में जाकर इतिहास का एक पन्ना पढ़ता है , ना ही कभी कोई तथ्यों को सच्चाई की कसौटी पर खंगालता है…
लेनिन के जन्मदिन पर पर विशेष– कुछ समय पहले बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जीत के जश्न में त्रिपुरा में रूसी क्रांति के नायक लेनिन की मूर्ति ढहा दी थी। कुछ लोग सोशल मीडिया…
जश्न-ए-भगत सिंह–8 पिताजी के नाम पत्र (30 सितम्बर, 1930 को भगतसिंह के पिता सरदार किशन सिंह ने ट्रिब्यूनल को एक अर्जी देकर बचाव पेश करने के लिए अवसर की माँग की। सरदार किशनसिंह…
2022 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का प्रचार अभियान ख़ासा चर्चा में रहा। प्रियंका गांधी की कड़ी मेहनत, उनके ऊर्जा एवं सकारात्मकता से भरे अभियानों ने देश एवं उत्तरप्रदेश के…
यूपी चुनाव 2022 के चरण जैसे जैसे आगे बढ़ रहे हैं, सत्तारूढ़ दल भाजपा में अपनी सरकार को लेकर चिंता का माहौल बनने लगा है। अब तक के तीनों चरण, जैसी खबरें और…
शिवाजी के जन्मदिन 19 फ़रवरी पर विशेष धर्म की तुला पर राजनीति का सौदा करने में महारत हासिल कर चुके प्रधानमंत्री मोदी कुछ दिन पहले काशी विश्वनाथ मंदिर के नवीन परिसर के…
वैदिक काल से लेकर पौराणिक और उपनिषद काल में भगवान की अवधारणाएं अलग अलग रही हैं. हर समय काल में देवी देवताओं की छवि को नए सिरे से परिभाषित किया गया है. अब…
धर्म का विश्वास, कभी कभी इतना गहरे पैठ जाता है कि, वह समस्त विवेक और तर्क का हरण कर लेता है। विवेक शून्यता की स्थिति को प्राप्त, मस्तिष्क एक रोबोट की तरह हो…