साल भर पहले सहारनपुर के शब्बीरपुर गाँव में दलितों पर हमला हुआ था। और इस बार 9 मई को भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष मीडिया प्रभारी कमल वालिया के भाई और मीडिया प्रभारी सचिन वालिया की हत्या हो गई। इस हत्याकांड में फूलन देवी के हत्यारे शेर सिंह राणा सहित चार को नामज़द किया गया है।
पिछले साल विवाद के केंद्र में राणा प्रताप जयंती के बहाने हुई राजपूत नौजवानों की गोलबंदी थी जिसे देखते हुए इस बार प्रशासन से जुलूस न निकालने देने की माँग की गई थी। तनाव के बावजूद प्रशासन ने इजाज़त दी और सचिन की हत्या हो गई।
इस बीच एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें राजपूत समाज से जुड़ा उपदेश राणा खुलेआम भीम आर्मी को धमकाते हुए वीडियो शेयर करने का आह्वान कर रहा है। बताते हैं कि यह वीडियो कई दिनों से घूम रहा था। उपदेश राणा वही है जो पिछले दिनों पद्मावती फ़िल्म के विरोध में आत्मदाह की धमकी दी थी। सचिन की हत्या के सिलसिले में हुई एफआईआर में उसका नाम भी है।
इस वीडियो को देखने के बाद पिछले साल अभिषेक श्रीवास्तव की सहारनपुर हिंसा पर की गई रिपोर्ट–हिंदू राष्ट्र और राजपुताने की दोहरी सियासत में फंसा ‘द ग्रेट चमार’ ज़रूर पढ़ें। इससे आपको पता चलेगा कि आख़िर राजपूत नौजवानों के मन में किस तरह के सपने भरे जा रहे हैं और दलितों के ख़िलाफ़ हो रही हिंसा का वैचारिक आधार क्या है।
https://www.youtube.com/watch?v=_bBnUs8cIc0
सचिन वालिया के परिजनों की ओर से दिया गया प्रार्थनापत्र
एफआईआर