उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री महंत योगी आदित्यनाथ का नाम लेना अब किसी को भारी पड़ सकता है। बनारस में समाजवादी पार्टी के एक प्रवक्ता पर इस अपराध के लिए मुकदमा दायर किया गया है।
समाजवादी पार्टी के एक नेता आइपी सिंह ने ट्वीट में यूपी के मुख्यमंत्री को उनके मूल नाम से संबोधित किया था। इससे क्षुब्ध होकर बनारस के एक अधिवक्ता और सनातन संस्था के सदस्य कमलेश चंद्र त्रिपाठी ने सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है।
त्रिपाठी ने वाराणसी के शिवपुर थाने में आइटी एक्ट की धारा 67 के तहत इलेक्ट्रॉनिक माध्यम में अश्लील सामग्री के प्रसारण की तहरीर दर्ज करवायी है और सिंह पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया है। त्रिपाठी ने अपनी तहरीर में कहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संत परंपरा के अनुसार जीवन जीते हैं।
आईपी सिंह ने मुकदमा कायम होने की सूचना पर बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को टैग किए ट्वीट में लिखा कि असली नाम लेना अगर गुनाह है तो भेजिए पुलिस और गिरफ्तार करवा लीजिए मुझे। उत्तर प्रदेश पुलिस ने सीरिया को भी कहीं पीछे छोड़ दिया है।
https://twitter.com/IPSinghSp/status/1202493130898960384?s=20
इस मामले पर कुछ अहम लोगों ने आश्चर्य जताते हुए ट्वीट किए हैं।
सच में ? https://t.co/0MlG5huxr4
— Vinod Kapri (@vinodkapri) December 5, 2019
"Singh was booked under section 67 (Punishment for publishing or transmitting obscene material in electronic form) of the Information Technology Act.
Ajay Singh Bisht's name is "obscene material"?
And UP wants to rename Agra as what, again? https://t.co/IhYXmrK2Nx
— Prem Panicker (@prempanicker) December 5, 2019
बोलना तो पहले से ही मना था। अब नाम भी नहीं ले सकते? https://t.co/raUWL0j5wV
— Rohini Singh (@rohini_sgh) December 5, 2019