सात घंटे हिरासत में रहने के बाद रिहा हुए राहुल, बोले: ‘सत्य’ ही करेगा तानाशाही का अंत!

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कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी से प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दोबारा पूछताछ करने और संसद में महंगाई और जीएसटी जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर सरकार द्वारा चर्चा की इजाजत नहीं देने के खिलाफ आज कांग्रेस सांसदों ने संसद भवन से राष्ट्रपति भवन तक विरोध मार्च निकाला। लेकिन पुलिस ने विजय चौक पर राहुल गाँधी समेत तमाम नेताओं को गिरफ्तार कर लिया। करीब सात घंटे तक राहुल गाँधी दिल्ली पुलिस की हिरासत में रहे।

संसद से राष्ट्रपति भवन तक मार्च के दौरान विजय चौक पर दिल्ली पुलिस द्वारा हिरासत में लिए जाने के बाद राहुल गांधी ने ट्वीट कर बीजेपी की केंद्र सरकार पर हमला बोला। उन्होंने लिखा, “तानाशाही देखिए, कोई शांतिपूर्ण प्रदर्शन भी नहीं कर सकता, महंगाई और बेरोजगारी पर चर्चा नहीं कर सकता। पुलिस और एजेंसियों का दुरुपयोग करके, हमें गिरफ्तार करके भी, आप हमें कभी चुप नहीं करा पाएंगे। ‘सत्य’ ही इस तानाशाही को खत्म करेगा।”

 

मार्च के दौरान प्रदर्शनकारी कांग्रेस नेताओं ने तख्तियां लिए हुए जांच एजेंसी और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इसके बाद अर्धसैनिक बल और रैपिड एक्शन फोर्स सहित वहां तैनात दिल्ली पुलिस के जवानों ने महिला सांसदों समेत अन्य नेताओं को हिरासत में लेना शुरू किया और आखिर में दीपेंद्र सिंह हुड्डा और राहुल गांधी को हिरासत मे ले लिया। पुलिस राहुल गांधी को अन्य सांसदों के साथ बस में बैठाकर किंग्सवे कैंप थाना ले गई, जहां सभी नेताओं को हिरासत में रखा गया।

वैसे, सोनिया गाँधी से पूछताछ के विरोध में आज देश भर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया और जगह-जगह गिरफ्तारियाँ दीं।

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस सांसदों को सात घंटे की हिरासत के बाद शाम करीब 6:45 बजे रिहा कर दिया। यह प्रतिशोध के साथ विश्वगुरु का राजनीतिक प्रतिशोध है। इसका वर्णन करने के लिए अत्याचारी सबसे हल्का शब्द है!