PM मोदी पर राहुल का तंज़: मदद नहीं करनी तो माफी कैसी, शहीद किसानों की लिस्ट नहीं तो हमसे लेकर दें मुआवज़ा!

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राहुल गांधी ने संसद में किसान आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों के परिजनों को मुआवज़ा देने के सवाल पर मृतकों के आंकड़े न होने के केंद्र सरकार के जवाब को लेकर शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी पर कटाक्ष किया है। राहुल ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि कांग्रेस के पास जान गंवाने वाले 503 किसानों की सूची है, जबकि सरकार ने कहा है कि उसके पास ऐसा कोई आंकड़ा नहीं है। सरकार चाहे तो हमसे डेटा ले सकती है और ऐसे परिवारों को मदद मुहैया करा सकती है। राहुल गांधी ने इस दौरान बताया कि पंजाब सरकार ने 403 किसानों के परिवारों को मुआवज़ा दिया है। इसके अलावा पंजाब सरकार ने 152 किसानों के परिवारों को नौकरी दी है। राहुल ने प्रेस कांफ्रेंस के बाद ट्वीट के जरिए भी पीएम नरेंद्र मोदी पर निशान साधा है।

पीएम ने किससे माफी माँगी?

राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर असंवेदनशील और अहंकारी होने और झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों के लिए मुआवजे की मांग की। उन्होंने कहा, पीएम ने खुद कहा है कि उन्होंने गलती की है, उन्होंने देश से माफी मांगी है। उस गलती के परिणामस्वरूप, अब तक 700 लोगों की मौत हो चुकी है। अब आप उसके नामों के बारे में झूठ बोल रहे हैं। आप उन्हें उनका हक क्यों नहीं दे रहे हैं? राहुल ने आगे सवाल करते हुए कहा, सरकार कह रही है कि उसके पास किसानों की मौत का आंकड़ा नहीं है, इसलिए मुआवजे का सवाल ही नहीं उठता। अगर ऐसा है तो पीएम ने किससे माफी माँगी है?

राहुल ने कहा- संसद के समक्ष रखेंगे सूची..

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि वह सोमवार को संसद के समक्ष सूची पेश करेंगे। उन्होंने कहा, हमारे पास 403 लोगों की सूची है जिन्हें पंजाब सरकार ने 5-5 लाख रुपये का मुआवज़ा दिया है और 152 को नौकरी दी है। हमारे पास अन्य राज्यों के 100 नामों की एक सूची है। जो नामों की सार्वजनिक जानकारी है जिसे आसानी से सत्यापित किया जा सकता है, लेकिन सरकार का कहना है कि ऐसी कोई सूची नहीं है। सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए, पूर्व कांग्रेस प्रमुख ने कहा, मुझे नहीं लगता कि मोदी सरकार कृषि कानूनों को निरस्त करने से परे किसानों की मांगों को स्वीकार करेगी। उनकी मंशा सही नहीं है।

PM ने माँगी तो संसद में बतायें कि प्रायश्चित कैसे करेंगे: राहुल गांधी

वहीं, प्रेस कांफ्रेंस से पहले भी राहुल गांधी ने ट्वीट कर पीएम मोदी द्वार मांगी गई माफी को लेकर सवाल करते हुए निशाना साधा था। उन्होंने लिखा, जब PM ने कृषि-विरोधी क़ानून बनाने के लिए माफ़ी माँगी तो संसद में बतायें कि प्रायश्चित कैसे करेंगे- लखीमपुर मामले के मंत्री को बर्खास्त कब? शहीद किसानों को मुआवज़ा कितना-कब? सत्याग्रहियों के ख़िलाफ़ झूठे केस वापस कब? MSP पर क़ानून कब? इसके बिना माफ़ी अधूरी।

 इंसानियत के नाते कांग्रेस सरकार ने पंजाब में दिया मुआवज़ा: राहुल गांधी

वहीं प्रेस कांफ्रेंस के बाद राहुल ने ट्वीट कर कहा, मोदी जी के पास सिर्फ़ अपने उद्योगपति मित्रों के नंबर हैं। हमारे पास शहीद किसानों के नाम व नंबर हैं। अगर सच में माफ़ी माँगनी है तो इन परिवारों को फ़ोन करो, उनका दुख सुनो व मुआवज़ा दो। पंजाब की कांग्रेस सरकार ने बिना गलती, इंसानियत के नाते ऐसा किया।