
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी शनिवार को कांग्रेस कार्यसमिति की प्रस्तावित बैठक में अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे सकते हैं। इस आशय की खबरें आ रही हैं।
राहुल गांधी ने चुनाव नतीजों के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर के अमेठी से अपनी हार स्वीकार की थी और कहा था कि कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में हार के कारणों पर मंथन किया जाएगा और कुछ फैसले होंगे।
पार्टी के एक सूत्र ने हालांकि कहा कि राहुल के इस्तीफे की अटकलों के बावजूद उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया जाएगा और बेवजह नाटकीय स्थिति पैदा होगी, इससे बेहतर है कि वे इस्तीफा न ही दें।
सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी इस्तीफा देने का खुद मन बना चुके हैं और अगले अध्यक्ष के रूप में अशोक गहलोत व अमरिंदर सिंह का नाम चल रहा है। अगर इस्तीफा हुआ तो अशोक गहलोत के नाम पर विचार किया जा सकता है। ऐसी स्थिति में राजस्थान का मुख्यमंत्री पद सचिन पायलट को दिया जा सकता है। इसकी संभावनाएं हालांकि क्षीण हैं।
फिलहाल उत्तर प्रदेश के कांग्रेस अध्यक्ष राजबब्बर इस्तीफा दे चुके हैं। माना जा रहा है कि कल होने वाली बैठक में समूची यूपीपीसीसी भंग कर दी जाएगी और नए सिरे से कांग्रेस प्रदेश समिति का गठन नए चेहरों को लेकर किया जाएगा।
राहुल गांधी खुद अमेठी की खानदानी सीट स्मृति ईरानी से हार गए हैं जो ज्यादा चौंकाने वाली घटना है। पार्टी के कुछ नेताओं ने एक स्वर में माना कि यदि वे अमेठी से नहीं हारते तो स्थिति इतनी खराब नहीं थी लेकिन केवल इसी वजह से उन पर दबाव बढ़ गया है।
लेखक और इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने ट्वीट किया है कि यह अचरज की बात है कि अब तक राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा क्यों नहीं दिया। इस ट्वीट की काफी चर्चा है।
It is astonishing that Rahul Gandhi has not yet resigned as Congress President. His party performed very poorly; he lost his own pocket borough. Both self-respect, as well as political pragmatism, demand that the Congress elect a new leader. But perhaps the Congress has neither.
— Ramachandra Guha (@Ram_Guha) May 24, 2019