लखीमपुर खीरी में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत के बाद राजनीति गरमाई हुई है। विपक्षी नेता लगातार लखीमपुर खीरी पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन सरकार ने उनके रास्ते में दीवार खड़ी कर दी थी। हालांकि कांग्रेस को ज़िद के आगे अब सरकार को झुकना पड़ा। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को लखीमपुर जाने की इजाज़त मिल गई है। वहीं प्रियंका गांधी को सीतापुर पीएसी गेस्ट हाउस में बनी अस्थाई जेल से रिहा भी कर दिया गया है। प्रियंका कुछ देर में राहुल गांधी के साथ लखीमपुर जाएंगी। सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ अफसरों की हुई उच्च स्तरीय बैठक में यह निर्णय लिया गया है। अब राहुल गांधी पांच लोगों के साथ लखीमपुर में दो पीड़ित परिवारों से मिलेंगे। खबर लिखे जाने तक राहुल गाँधी लखनऊ पहुँच गये थे। एयरपोर्ट के बाहर तमाम कांग्रेस कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन जारी था, कई को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
राहुल गांधी ने जब से छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के साथ लखीमपुर जाने की घोषणा की थी और दिल्ली से हवाई मार्ग से लखनऊ के लिए निकले थे। तब से ही उन्हें लखनऊ में रोके जाने की तैयारी थी। राहुल ने पहले उत्तर प्रदेश प्रशासन से लखीमपुर जाने की अनुमति मांगी थी लेकिन उन्हें अनुमति नहीं दी गई थी। यूपी के लिए रवाना होने से पहले राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान राहुल ने सीधे तौर पर यूपी की योगी सरकार और केंद्र सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि कुछ समय से हिंदुस्तान के किसानों पर सरकार का आक्रमण हो रहा है। किसानों को जीप से कुचला जा रहा है।
यह किसानों का मुद्दा है, संघर्ष जारी रहेगा: राहुल गांधी
राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में सवाल किया कि अब तक मंत्री पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई? उन्होंने कहा कि प्रियंका के साथ धक्का-मुक्की हुई इससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ता। हमें मार दिया जाए, गाड़ दिया जाए, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। हमारी ट्रेनिंग ऐसी हुई है। यह किसानों का मुद्दा है। संघर्ष जारी रहेगा। मैं लखनऊ जाकर जमीनी हकीकत पता करना चाहता हूं। राहुल ने कहा, यूपी में किसानों को मारा जा रहा है और कोई सुध लेने वाला नहीं है। राहुल गांधी ने किसानों के दर्द को बयां करते हुए कहा कि किसानों की जमीन छीनी गई। तीन नए कानून लाए गए जो कि किसानों के हक के खिलाफ है। इसलिए किसान धरने पर बैठे हैं।
पीएम कल लखनऊ में थे, लेकिन लखीमपुर नहीं गये!
राहुल गांधी ने बीजेपी सरकार पर तानाशाही और किसानों के हक की अनदेखी का आरोप लगाया। राहुल गांधी ने पीएम को घेरते हुए कहा पीएम कल लखनऊ में थे, लेकिन लखीमपुर नहीं गए। बता दें कि राहुल लखनऊ के लिए रवाना हैं। इसके मद्दे नज़र लखीमपुर खीरी तक प्रशासन अलर्ट पर है। लखनऊ और लखीमपुर में धारा-144 लागू है। राहुल गांधी ने कांफ्रेंस में कहा है कि वह लखीमपुर जाने की कोशिश करेंगे, लेकिन हम किसी भी तरह से कानून का उल्लंघन नहीं करेंगे क्योंकि हमलोग तीन आदमी ही जा रहे हैं।
अगर हम हाथरस नहीं जाते तो अपराधी बच कर भाग जाते: राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कहा कि पहले भारत में लोकतंत्र हुआ करता था लेकिन अब यहां तानाशाही है। सिर्फ कांग्रेस के नेता ही यूपी नहीं जा सकते, उन्हें रोका जा रहा है। राजनीति करने पर राहुल गांधी ने कहा कि हमारा काम दबाव बना है। हमने हाथरस में दबाव बनाया, फिर कार्रवाई की गई। अगर हम हाथरस नहीं जाते तो अपराधी बच कर भाग जाते। सरकार हमें इस मुद्दे पर दूर रखना चाहती है ताकि दबाव न बने। यूपी में किसानों को मारा जा रहा है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इस सरकार में जो रेप करते हैं, किसानों को मारते हैं वे जेल से बाहर रहते हैं और जो कुछ नहीं करते उन्हें जेल में डाला जा रहा है।