14 सितंबर को लखनऊ में बलात्कार आरोपी चिन्मयानंद को तत्काल गिरफ़्तार कर उनकी सम्पत्ति को जप्त करने की मांग को लेकर शहीद स्मारक पर सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया), रिहाई मंच, इंसानी बिरादरी, पिछड़ा महासभा, लोक राजनीति मंच और अन्य संगठनों ने धरना दिया.
सभी ने एक स्वर में तबरेज अंसारी को इंसाफ देने की मांग करते हुए कहा कि पहले सांप्रदायिक जहनियत ने उसकी हत्या की और अब सांप्रदायिक पुलिस उसके इंसाफ का गला घोंटने पर उतारू है।
शहीद स्मारक पर प्रदर्शनकारी बलात्कार आरोपी चिन्मयानंद को गिरफ़्तार करो, तबरेज अंसारी को न्याय दो, सेंगर- चिन्मयानंद जैसे बलात्कार आरोपियों की शरण स्थली भाजपा लिखी तख्तियां के साथ विरोध दर्ज कराया। वक्ताओं ने कहा कि आम जनता को पुलिस बिना एफआईआर के गैर कानूनी हिरासत में हत्या कर रही है तो कहीं वाहन चेकिंग के नाम पर जनता को प्रताड़ित किया जा रहा है। सवाल उठाने वाले पत्रकारों पर मुकदमा दर्ज करने वाली योगी सरकार बताए की आज तक चिन्मयानंद को गिरफ़्तार क्यों नहीं किया।
धरने में मुख्य रूप से सोशलिस्ट पार्टी (इंडिया) के नेता पन्नालाल सुराना, श्याम गंभीर, तहसीन, मैगसेसे पुरस्कार से सम्मानित डा. संदीप पाण्डेय, रिहाई मंच अध्यक्ष मोहम्मद शुऐब, राजीव यादव, सृजन योगी अदियोग, रॉबिन वर्मा, वीरेंद्र कुमार गुप्ता, अभिभावक मंच से रवीन्द्र, अभ्युदय, प्रवीण श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।
विज्ञप्ति : रॉबिन वर्मा, रिहाई मंच द्वारा जारी