कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का कृषि प्राविधिक भर्ती (एग्रीकल्चर टेक्निकल अस्सिटेंट) के अभ्यर्थियों के साथ संवाद अभ्यर्थियों के लिए राहत लेकर आया है। अभ्यर्थियों का डेढ़ साल से लटका रिजल्ट आज घोषित हो गया। गुरुवार को प्रियंका गांधी से अभ्यर्थियों ने बताया था कि डेढ़ साल से ऊपर हो चुका है उनका रिजल्ट ही नहीं आया है। लेकिन आज उनका रिजल्ट घोषित हो गया है।
बता दें कि प्रियंका गांधी ने गुरुवार को उप्र के सभी कृषि विश्वविद्यालयों के कृषि स्नातक युवाओं के समूह से बातचीत की थी। संवाद में आचार्य नरेन्द्रदेव कृषि विवि, चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय, सरदार पटेल कृषि विवि मेरठ, इलाहाबाद कृषि विवि के स्नातक युवाओं ने हिस्सा लिया था।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा कि “कल कृषि प्राविधिक भर्ती (एग्रीकल्चर टेक्निकल अस्सिटेंट) के अभ्यर्थियों से संवाद में उन्होंने बताया था कि डेढ़ साल से ऊपर हो चुका है उनका रिजल्ट ही नहीं आया है। आज सूचना मिली कि उनका रिजल्ट घोषित हो गया। आप सभी को बधाई। युवाओं आपकी आवाज में ताकत है।
कल कृषि प्राविधिक भर्ती (एग्रीकल्चर टेक्निकल अस्सिटेंट) के अभ्यर्थियों से संवाद में उन्होंने बताया था कि डेढ़ साल से ऊपर हो चुका है उनका रिजल्ट ही नहीं आया है।
आज सूचना मिली कि उनका रिजल्ट घोषित हो गया। आप सभी को बधाई।
युवाओं आपकी आवाज में ताकत है। pic.twitter.com/zzBrzbfcqi
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) September 18, 2020
कांग्रेस महासचिव से अपना दर्द साझा करते हुए युवाओं ने कहा था कि भाजपा सरकार में कोई कृषि विभाग की भर्ती नहीं आ रही है जबकि सरकार किसानों की आय दोगुना करने की बात करती है। युवाओं ने बताया था कि एग्रीकल्चर असिस्टेंट(कृषि प्राविधिक) की भर्ती परीक्षा का परिणाम डेढ़ साल से रुका हुआ है।
युवाओं ने महासचिव से कहा कि कृषि विभाग के 75 फीसदी पद खाली हैं। लेकिन सरकार कोई भर्ती नहीं ला रही है। कांग्रेस सरकार द्वारा कृषि स्नातक युवाओं को ऋण देने की योजना को भी सरकार ने बंद कर दिया है। 50,000 से अधिक कृषि स्नातक सरकार की युवा विरोधी नीतियों के शिकार हुए हैं।
प्रियंका गांधी ने युवाओं से कहा कि यूपी में युवाओं का भविष्य सरकार ने अंधकारमय कर दिया है। ऐसा लगता है कि सरकार युवाओं के प्रति गैर जिम्मेदार है। उन्होंने युवाओं से कहा कि यह न्याय की लड़ाई है, इसमें कांग्रेस पार्टी युवाओं के साथ खड़ी है।
युवाओं की महाहुंकार का असर
एक अन्य ट्वीट में प्रियंका गांधी ने कहा कि “भर्ती प्रक्रिया में चयन व तैयारी में युवा और उसके पूरे परिवार की हाड़ तोड़ मेहनत लगती है। युवाओं की महाहुंकार के बाद सरकार का जागना अच्छा संकेत है। कृपा करके भर्ती भरने की डेडलाइन का हाल प्रदेश को “गड्ढा मुक्त” और “अपराधमुक्त” करने की तरह न हो कि तारीख पर तारीख मिलती रहे।“
भर्ती प्रक्रिया में चयन व तैयारी में युवा और उसके पूरे परिवार की हाड़ तोड़ मेहनत लगती है।
युवाओं की महाहुंकार के बाद सरकार का जागना अच्छा संकेत है।
कृपा करके भर्ती भरने की डेडलाइन का हाल प्रदेश को "गड्ढा मुक्त" और "अपराधमुक्त" करने की तरह न हो कि तारीख पर तारीख मिलती रहे।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) September 18, 2020
प्रियंका गांधी ने शिक्षक भर्ती अभ्यर्थियों से भी की बात
इसके पहले गुरुवार को ही प्रियंका गांधी ने शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों से भी बात कर उनका दुख दर्द जाना था। दरअसल 2016 में 12460 शिक्षक भर्ती में शून्य जनपद के अभ्यर्थी अबतक नियुक्ति से वंचित हैं। इस शिक्षक भर्ती विज्ञापन में 51 जिलों में पद थे लेकिन 24 जिलों में पद शून्य थे। विगत 3 साल से शून्य जनपद वाले अभ्यर्थी कोर्ट- कचहरी के चक्कर काट रहे हैं। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये महासचिव प्रियंका गांधी ने अभ्यर्थियों की व्यथा सुनी।
प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा कि “12460 शिक्षक भर्ती शून्य जनपद के अभ्यर्थियों संग संवाद किया। इन्होंने अच्छे अंको से परीक्षा निकाली किंतु भर्ती नहीं मिली। बेरोजगारी और भर्ती प्रक्रियाओं में लचर व्यवस्था के चलते यूपी के लाखों युवा अन्याय के शिकार हैं। रोजगार इनका हक है। सरकार को इन युवाओं को उनका हक देना पड़ेगा।
12460 शिक्षक भर्ती शून्य जनपद के अभ्यर्थियों संग संवाद किया। इन्होंने अच्छे अंको से परीक्षा निकाली किंतु भर्ती नहीं मिली
बेरोजगारी और भर्ती प्रक्रियाओं में लचर व्यवस्था के चलते यूपी के लाखों युवा अन्याय के शिकार हैं।
रोजगार इनका हक है। सरकार को इन युवाओं को उनका हक देना पड़ेगा। pic.twitter.com/9vskfIsAau
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