सहारनपुर में सफल किसान महापंचायत के दूसरे ही दिन आज कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी ने इलाहाबाद पहुँचकर सबको चौंका दिया। वे प्रयाग में संगम तट पर आयोजित माघ मेले पहुँचीं जहाँ मौनी अमावस्या के मौक़े पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ थी। प्रियंका ख़ुद नाव चलाकर बीच संगम पहुँचीं और गंगास्नान किया, सूर्य को अर्घ्य दिया।
इससे पहले प्रियंका गाँधी आनंदभवन पहुँचीं जहाँ उन्होंने उस तुलसीचौरे के शिलापट पर श्रद्धांजलि अर्पित की जहाँ प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की अस्थियाँ, संगम में विसर्जित करने के पहले रखी गयी थीं।
श्रीमती प्रियंका गांधी जी आनंद भवन में संगम विसर्जन से पूर्व रखी गई पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की अस्थियों के स्थल पर अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करती हुई। pic.twitter.com/IPDUd612aO
— UP Congress (@INCUttarPradesh) February 11, 2021
इसके अलावा आनंद भवन में चलने वाले अनाथालय के बच्चों के साथ भी प्रियंका गाँधी ने कुछ वक्त बिताया और शंकराचार्य स्वामी स्वरूपनांद सरस्वती से आशीर्वाद प्राप्त किया।
श्रीमती प्रियंका गांधी जी आनंद भवन में संगम विसर्जन से पूर्व रखी गई पंडित जवाहरलाल नेहरू जी की अस्थियों के स्थल पर अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करती हुई। pic.twitter.com/IPDUd612aO
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प्रियंका गाँधी के इस तेवर से यूपी के कांग्रेसियों में काफ़ी उत्साह देखा जा रहा है। बतौर यूपी प्रभारी प्रियंका गाँधी इन दिनों ज़बरदस्त सक्रियता दिखा रही हैं, साथ ही कांग्रेस संगठन को नीचे तक संगठित करने का अभियान जोरों पर है। कुछ कांग्रेसजन साफ़ कहते हैं कि अगर प्रियंका गाँधी लखनऊ को अपना मुख्यालय बना लें तो यूपी की राजनीति में तूफ़ान आ सकता है।
प्रियंका गाँधी आज दो साल बाद इलाहाबाद पहुँची थीं। 2019 में उन्होंने दो बार अपने पुरखों के घर आय़ी थीं। ज़िले का दौरा किया था। जलयात्रा निकाली थी और गंगा के रास्ते यूपी के कई ज़िलों का दौरा किया था।