यूपी में पंचायत चुनाव के दौरान लगी ड्यूटी से संक्रमित शिक्षकों की मौत पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी ने गहरा दुख जताया है। उन्होंने शिक्षक संघों की इस माँग का पूरा समर्थन किया है कि जान गँवाने वाले शिक्षकों को सरकार पचास लाख रुपये का मुआवज़ा और आश्रितों को नौकरी दे।
प्रियंका गाँधी ने इस बाबत ट्वीट करते हुए लिखा- “यूपी पंचायत चुनावों की ड्यूटी में लगे लगभग 500 शिक्षकों की मृत्यु की खबर दुखद और डरावनी है। चुनाव ड्यूटी करने वालों की सुरक्षा का प्रबंध लचर था तो उनको क्यों भेजा? सभी शिक्षकों के परिवारों को 50 लाख रु मुआवाजा व आश्रितों को नौकरी की माँग का मैं पुरजोर समर्थन करती हूँ।”
यूपी पंचायत चुनावों की ड्यूटी में लगे लगभग 500 शिक्षकों की मृत्यु की खबर दुखद और डरावनी है।
चुनाव ड्यूटी करने वालों की सुरक्षा का प्रबंध लचर था तो उनको क्यों भेजा?
सभी शिक्षकों के परिवारों को 50 लाख रु मुआवाजा व आश्रितों को नौकरी की माँग का मैं पुरजोर समर्थन करती हूँ। pic.twitter.com/ihxRZtNJKS
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) April 29, 2021
ग़ौरतलब है कि कल ही मीडिया विजिल ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद गोरखपुर में पंचायत चुनाव में ड्यूटी के बाद जान गँवाने वाले बीस शिक्षकों की ख़बर प्रकाशित की थी। उ.प्र.प्राथमिक शिक्षक संघ ने इस बाबत तमाम प्रशासनिक अधिकारियों को पत्र लिखकर मुआवज़ी की माँग की है। पत्र में उन बीस शिक्षकों की सूची है जिनकी ड्यूटी के दौरान हुए संक्रमण के बाद मौत हुई है।
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गोरखपुर: पंचायत ड्यूटी के दौरान कोरोना संक्रमित 20 प्राथमिक शिक्षकों की मौत!
इसके पहले इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भी शिक्षकों और कर्मचारियों की मौत पर गहरी नाराज़गी जतायी थी। हाईकोर्ट ने यहाँ तक कहा था कि कोविड प्रोटोकॉल का पालन न करने वाले निर्वाचन आयोग के अधिकारियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई क्यों नहीं होनी चाहिए। यही नहीं, उसने मतगणना के लिए पेश की गयी योगी सरकार की कार्ययोजना को भी खारिज कर दिया था।