संजय कुमार सिंह कांग्रेस की न्याय योजना और फिर घोषणा पत्र जारी होने पर भारतीय जनता पार्टी और उसके नेताओं ने जो हंगामा मचाया (और मीडिया ने उसे जो महत्व दिया) वह चौंकाने…
लोकसभा निर्वाचन-2019 की चुनावी प्रक्रिया का आग़ाज़ हो चुका है। सत्ताधारी राजनीतिक पार्टियों के नेता और उम्मीदवार सरकार की नीतियों और कार्यों का गुणगान कर रहे हैं तो विपक्षी पार्टियां और उनके नेता…
मनदीप पुनिया यह हॉस्टल क्रांतिकारियों का अड्डा रहा। चंद्रशेखर आज़ाद, अशफ़ाक उल्ला खां और उनके कई साथी यहां ठहरे हैं। अजय देवगन वाली फ़िल्म ओमकारा भी यहीं बनी… रोड किनारे खड़ा नौजवान अपना…
डॉ. ए.के. अरुण एक फरवरी 2018 को जब लोकसभा में बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री ने स्वास्थ्य बीमा योजना की घोषणा की तब लोगों को सुनने में यह मोदी की ‘मास्टर स्ट्रोक’…
हफ़िंग्टनपोस्ट के समर्थ बंसल, गोपाल साठे, रचना खेरा और अमन सेठी ने ‘द एसोसिएशन ऑफ़ बिलियन माइंड्स’ के बारे में विस्तार से ख़ुलासा किया है. इसमें बताया गया है कि यह संस्था सीधे…
मांझी बहुल गया में बाल मजदूरी पर बात करने वाले लोग ही नहीं मिलते. चुनाव का मसला सिर्फ इतना है कि मांझी किसको वोट देंगे. जीतन राम को या विजय मांझी को पुष्यमित्र…
जनता का महागठबंधन 2019 चुनाव में वोटिंग की रणनीति हम भारत के लोगों ने संविधान की रक्षा और सत्तारूढ़ फ़ासीवादियों द्वारा बहुजनों के प्रति किये गए अपराधों के लिए न्याय दिलाने हेतु जनता…
रवीश कुमार Association of Billion Minds, ABM, यह वो संगठन और नेटवर्क है जो बीजेपी के अध्यक्ष अमित शाह की पर्सनल टीम की तरह काम करता है। बीजेपी अपने आप में एक विशाल…
प्रकाश के रे साल 2012 में 16 दिसंबर को दिल्ली में हुई बर्बरता ने समूचे देश को झकझोर दिया था. कई हफ़्तों तक आंदोलन का माहौल रहा था तथा वारदात से जुड़ी हर…
जालौन: कभी वीरता, कभी बगावत का प्रतीक रहा चंबल बदहाली से बदलाव की राह देख रहा है। सीरत के साथ ही सूरत बदलने की कोशिश का शंखनाद भी कर दिया गया है और इस…
छत्तीसगढ़ की बघेल सरकार द्वारा अडानी के लिए सरगुजा में बंदूक की नोक पर जबरन अधिग्रहित की जा रही जमीन का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि अब नए आदेश में…
तामेश्वर सिन्हा जगदलपुर: 157 मामले दर्ज, 12 साल जेल में बिताए, एक भी मामले में सबूत नही मिला, अब हुई निर्दोष साबित। जगदलपुर केंद्रीय जेल में 12 साल से कैद निर्मलक्का की आखिरकार…
ऋषिकेश शर्मा गन्ना उत्पादन में देश के सबसे अग्रणी क्षेत्रों में से एक चंपारण। चंपारण की धरती जो कभी निलहों यानी अंग्रेजों का आतंक झेलती थी वो आज सरकार का आतंक झेल रही…
हरनाम सिंह पूंजीवाद आज मरणासन्न अवस्था में है और अपने आप को बचाए रखने के लिए फासीवादी तरीके अपना रहा है। मनुष्यता के सामने समाजवाद ही एकमात्र विकल्प है। पूँजीवाद मुनाफ़े की खातिर…
नफ़रत के खिलाफ़ वोट करें लोगों को बांटने के खिलाफ़ वोट करें असमानता के खिलाफ़ वोट करें हिंसा और डर के खिलाफ वोट करें सेंसरशिप के खिलाफ़ वोट करें विविधतापूर्ण और समान भारत…
प्रेस विज्ञप्ति आज दिनांक 2/04/19 को IIT BHU प्रशासन ने श्री श्री रविशंकर को “Bringing Excellence in action” के विषय पर एक लेक्चर के लिए बुलाया है। श्री श्री एक आध्यात्मिक गुरु है…
उमर खालिद हमारा देश एक ऐसे दौर से गुज़र रहा है, जहा नफ़रत, साम्प्रदायिकता और हिंसा आम बात हो गई। इस बहुसंख्यकवादी दौर में मुसलमान होना, मुसलमान जैसा दिखना, अपराध सा बना दिया…
तनवीर आलम देश में आम चुनाव का बिगुल बज चुका है। हर तरफ चुनावी हंगामे और उन हंगामों में रोज़ एक नई बहस और उस पर विवाद सुनने को मिल रहा है।हाल की…
औद्योगिक विकास के लिए तरस रहे बिहार में आखिर क्यों नहीं उठती डालमिया नगर को फिर से विकसित करने की मांग? क्यों राजनेताओं के एजेंडे में नहीं है इस औद्योगिक परिसर को फिर…
पंकज चतुर्वेदी राष्ट्रीय गीत वह रचना बन पाती है, जो राष्ट्र की आत्मा–उसके आत्म-गौरव, वैशिष्ट्य और सुंदरता को बहुत सांद्र, उदात्त और पारदर्शी ढंग से अभिव्यक्त कर सकती हो। फिर राष्ट्रीय जलसों में…
दास मलूका जगह……उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से तकरीबन तीस किलोमीटर दूर फोर लेन सड़क से सटा एक सेकेंड क्लास कस्बा। वक्त……सुबह 10 बजे के बाद, जब जलेबी, कचौड़ी समोसे की डिमांड ख़त्म…
रवीश कुमार क्या आप किसी ऐसी पार्टी के बारे में जानते हैं जिसने दो साल से कम समय के भीतर सैंकड़ों नए कार्यालय बना लिए हों? भारत में एक राजनीतिक दल…
मुंबई: बदलती दुनिया में आज सफलता की नई कहानियां महिलाएं लिख रही हैं। तमाम महिलाओं की मेहनत और संघर्ष ने उनको देश और दुनिया की महिलाओं के लिए मिसाल के तौर पर स्थापित किया…
आशुतोष कुमार पांडे इस लोहे की चादर वाले सीमेंट के बने बोर्ड को देखिये. तस्वीर को ज़ूम कर के सफेद बोर्ड पर लिखा पढ़िए. यह सरकारी उपक्रम एनएचपीसी लिमिटेड का बोर्ड है। इसमें…
जलती ट्रेन के फैसले से उठते सुलगते मुद्दे ! . विकास नारायण राय समझौता ट्रेन तो जल गई लेकिन अपने पीछे सुलगते मुद्दे छोड़ गयी| बारह साल बाद केस में फैसला तो आया…