पिछले एक साल से तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन कर रहे हैं। इस दौरान कई किसान शहीद हुए, कुछ हिंसा में मारे गए, कुछ को गाड़ी के नीचे कुचला गया, किसानों के इस लंबे तप के दौरान किसान नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों के बीच कई दौर की असफल बातचीत हुई, पर कोई समाधान नहीं हुआ, लेकिन शुक्रवार को अचानक मोदी सरकार ने तीन कानूनों को किसानों के लंबे संघर्ष के बाद वापस लेने का ऐलान किया। इस पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने किसानों को मुबारकबाद देते हुए सरकार को घेरते हुए इस फैसले पर कहा, अन्नदाता ने सत्याग्रह से अहंकार का सर झुका दिया।
जय हिंद, जय हिंद का किसान!
” देश के अन्नदाता ने सत्याग्रह से अहंकार का सर झुका दिया। अन्याय के खिलाफ़ ये जीत मुबारक हो! जय हिंद, जय हिंद का किसान!” किसानों की जय-जय कार के इस ट्वीट के साथ राहुल गांधी ने अपना पुराना वीडियो ट्वीट भी शेयर किया, जिसमे वह दावा कर रहे हैं कि सरकार ये कानून वापस लेगी। 14 जनवरी, 2021 को राहुल द्वारा किए इस ट्वीट में उन्होंने कहा था कि “किसान जो कर रहे हैं उस पर मुझे बहुत गर्व है। हम उनके साथ खड़े हैं और उनके साथ खड़े रहेंगे। मैंने पंजाब में एक यात्रा के दौरान यह मुद्दा उठाया था और हम इसे जारी रखेंगे। सरकार इन कानूनों को वापस लेने के लिए मजबूर हो जाएगी। मेरे शब्दों को अंकित कर लीजिए। याद रखिएगा मैंने क्या कहा है।”
जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया, वैसे ही हर कोई अपनी-अपनी प्रतिक्रिया देने लगा इस दौरान राहुल गांधी के अलावा प्रियंका गांधी, पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत तमाम नेताओं ने भी बीजेपी सरकार पर निशाना साधा।
मोदी जी आपकी नियत और बदलते हुए रुख़ पर विश्वास करना मुश्किल: प्रियंका गांधी
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मोदी सरकार पर हमला करते हुए लिखा, “600 से अधिक किसानों की शहादत 350 से अधिक दिन का संघर्ष, नरेंद्र मोदी जी आपके मंत्री के बेटे ने किसानों को कुचल कर मार डाला, आपको कोई परवाह नहीं थी। आपकी पार्टी के नेताओं ने किसानों का अपमान करते हुए उन्हें आतंकवादी, देशद्रोही, गुंडे, उपद्रवी कहा, आपने खुद आंदोलनजीवी बोला उनपर लाठियाँ बरसायीं, उन्हें गिरफ़्तार किया।
अब चुनाव में हार दिखने लगी तो आपको अचानक इस देश की सच्चाई समझ में आने लगी – कि यह देश किसानों ने बनाया है, यह देश किसानों का है, किसान ही इस देश का सच्चा रखवाला है और कोई सरकार किसानों के हित को कुचलकर इस देश को नहीं चला सकती। आपकी नियत और आपके बदलते हुए रुख़ पर विश्वास करना मुश्किल है। किसान की सदैव जय होगी। जय जवान, जय किसान, जय भारत।
काले कानूनों को निरस्त करना सही दिशा में एक कदम: नवजोत सिंह सिद्धू
नवजोत सिंह सिद्धू ने ट्वीट में कहा, काले कानूनों को निरस्त करना सही दिशा में एक कदम। किसान मोर्चा के सत्याग्रह को ऐतिहासिक सफलता मिली। आपके बलिदान से यह संभव हुआ है। पंजाब में एक रोड मैप जरिए खेती को पुनर्जीवित करना पंजाब सरकार के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।
पीढ़ियां याद रखेंगी किसानों ने जान की बाज़ी लगाई: अरविंद केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा, आज प्रकाश दिवस के दिन कितनी बड़ी खुशखबरी मिली। तीनों कानून रद्द हुए। दिल्ली के सीएम ने हज़ारों किसानों की शहीदी का ज़िक्र करते हुए कहा, उनकी शहादत अमर रहेगी। आने वाली पीढ़ियां याद रखेंगी कि किस तरह इस देश के किसानों ने अपनी जान की बाज़ी लगाकर किसानी और किसानों को बचाया था। मेरे देश के किसानों को मेरा नमन।
लोकतंत्र की जीत और मोदी सरकार के अहंकार की हार: अशोक गहलोत
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट करते हुए कहा, ” आज प्रधानमंत्री जी को मजबूर होकर आना पड़ा, देशवासियों को सन्देश देना पड़ा, तीन काले कानूनों को जिनको हमारी विधानसभा ने तो पहले ही खारिज कर दिया था, उनको वापस लेने की घोषणा करनी पड़ी। ये मैं समझता हूँ देश के किसानों की बहुत शानदार विजय है, मैं किसानों को बहुत-बहुत बधाई देता हूँ।”
इसके साथ उन्होंने एक वीडियो शेयर किया जिसमे वह कहते नज़र आ रहे हैं कि “तीनों काले कृषि कानूनों की वापसी की घोषणा लोकतंत्र की जीत और मोदी सरकार के अहंकार की हार है। यह पिछले एक साल से आंदोलन कर रहे किसानों के धैर्य की जीत है। देश कभी नहीं भूल सकता कि मोदी सरकार की अदूरदर्शिता और अभिमान के कारण सैकड़ों किसान अपनी जान गंवा चुके हैं। किसान आंदोलन में अपने प्राणों की आहुति देने वाले सभी किसानों को मैं नमन करता हूं। यह उनके बलिदान की जीत है।”