मोदी सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ और एमएसपी की गारंटी का कानून बनाने की मांग को लेकर दिल्ली के बॉर्डर में चल चल रहा किसानों का आंदोलन आज 89वें दिन भी जारी रहा है। आंदोलन की आगे की रणनीति तैयार करने के लिए आज सिंधु बॉर्डर पर ‘सयुंक्त किसान मोर्चा’ की जनरल बॉडी की बैठक हुई। बैठक में आगे के लिए कई कार्यक्रम तय किये गए।
इसके साथ ही ‘सयुंक्त किसान मोर्चा’ ने कीरती किसान यूनियन पंजाब के प्रधान दातार सिंह के निधन पर उन्हें क्रांतिकारी श्रद्धांजलि अर्पित की है। ‘सयुंक्त किसान मोर्चा’ ने कहा कि दातार सिंह का किसान हितों में, विशेषकर इस आंदोलन में, योगदान अतुलनीय रहा है।
‘सयुंक्त किसान मोर्चा’ की जनरल बॉडी की बैठक की अध्यक्षता इंदरजीत सिंह ने की। किसान मोर्चे ने कहा कि यह उल्लेखनीय है कि मोर्चे के तीसरे पड़ाव सम्बधी बड़ी घोषणाएं 28 तारीख को ‘सयुंक्त किसान मोर्चे’ की बैठक के बाद की जाएगी। लेकिन आज की बैठक में मोर्चे को मजबूत करने संबंधी निम्न महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं…
- 23 फरवरी को पगड़ी संभाल दिवस मनाया जाएगा। यह दिन चाचा अजीत सिंह एवं स्वामी सहजानंद सरस्वती की याद में मनाया जाएगा। इस दिन किसान अपने आत्मसम्मान का इज़हार करते हुए अपनी क्षेत्रीय पगड़ी पहनेंगे।
- 24 फरवरी को ‘दमन विरोधी दिवस’ की घोषणा की जाती है जिसमें किसान आंदोलन पर हो रहे चौतरफ़ा दमन का विरोध किया जाएगा। इस दिन सभी तहसील व जिला मुख्यालयो पर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिए जाएंगे।
- 26 फरवरी को दिल्ली मोर्चे के तीन महीने पूरे होने पर युवाओं के योगदान को सम्मानपूर्वक ‘युवा किसान दिवस’ मनाया जाएगा। इस दिन मोर्चे के सभी मंच युवाओ द्वारा संचालित किए जाएंगे। अलग अलग राज्यो के युवाओं से दिल्ली बोर्डर्स पहुचने की अपील की जाती है।
- गुरु रविदास जयंती और शहीद चंद्रशेखर आज़ाद के शहादत दिवस पर 27 जनवरी को “मजदूर किसान एकता दिवस” मनाया जाएगा। सभी देशवासियों से अपील की जाती है कि वें दिल्ली धरनों पर आकर मोर्चो को मजबूत करें।
‘सयुंक्त किसान मोर्चा’ के कहा कि यवतमाल महाराष्ट्र में SKM नेताओं के साथ स्थानीय नेताओं को पुलिस हिरासत में लिया गया जिन्हें बाद में जमानत पर छोड़ा गया। सरकार द्वारा किसान आंदोलन के नेताओ को परेशान करने के इन प्रयासों की हम कड़ी निंदा करते है।
‘सयुंक्त किसान मोर्चा’ की ओर से डॉ दर्शन पाल द्वारा जारी