पिछले दो तीन माह से केंद्रीय मंत्री, भाजपा शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री और दूसरे पदाधिकारी, किसान आंदोलन के बारे में तल्ख टिप्पणी करते रहे थे। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर-खीरी में हुए हंगामे की पटकथा अचानक तैयार नहीं हुई। बीजेपी के केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा की बात ‘दो मिनट ही लगेंगे’ और हरियाणा के सीएम मनोहर लाल के विचार ‘उठा ल्यो लठ’ ने लखीमपुर खीरी में हंगामे की शुरुआत कर दी। कृषि कानूनों और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी की इन्हीं टिप्पणी के विरोध में रविवार को किसानों और मंत्री के बेटे के बीच हिंसक झड़प में नौ लोगों की मौत हो गई।
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी राजनीतिक उठापटक के बीच लखीमपुर के लिए रवाना हो गईं, लेकिन केहरगांव के सीतापुर में पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। लखनऊ में धरने पर बैठे अखिलेश यादव को हिरासत में ले लिया गया। विपक्षी नेताओं की भीड़ को देखते हुए लखीमपुर खीरी में धारा 144 लगा दी गई है। इन सब के बीच केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
कल क्या हुआ..
आरोप है कि केंद्रीय गृहराज्यमंत्री के बेटे ने किसानों पर कार चढ़ा दी जिसके बाद प्रदर्शनकारी भड़क गए। कार दुर्घटना में चार किसानों की मौत हो गई। आक्रोश भड़का तो दो वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। हंगामे के दौरान दोनों तरफ से फायरिंग के भी आरोप हैं। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी ने अपने ड्राइवर समेत चार बीजेपी कार्यकर्ताओं की मौत का दावा किया है।
लखीमपुर में इंटरनेट सेवा बंद ..
रविवार देर रात तक चले बवाल के बाद इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। किसानों का आरोप है कि केंद्रीय मंत्री आशीष मिश्र के बेटे ने उनके साथियों पर उस वक्त कार चढ़ा दी जब वे वापस लौट रहे थे। इसके बाद ही वहा बवाल भड़का और हिंसा में भाजपा नेता के ड्राइवर समेत कुल नौ लोगों की मौत हो गई
आज क्या-क्या हुआ…
लखीमपुर खीरी में बवाल के बाद सोमवार को किसान नेताओं और प्रशासन के बीच सोमवार को बैठक हुई। बैठक में राकेश टिकैत समेत 12 लोग मौजूद रहें। किसान नेताओं ने प्रशासन के सामने चार मांगें रखी-
- केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र को बर्खास्त किया जाए।
- अजय मिश्र के बेटे और मुख्य आरोपी आशीष मिश्र को गिरफ्तार किया जाए।
- मृतकों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपये का मुआवज़ा देने दिया जाए।
- मृतकों के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए।
किसानों और प्रशासन के बीच में वार्ता के बाद प्रशासन ने किसानों की मांग मान ली है और यह एलान किया है…
- मृतक किसानों के परिजनों को 45-45 लाख रुपये दिए जाएंगे।
- घायल किसानों को दस लाख देने की घोषणा की गई है।
- मृतक किसानों के एक परिजन को योग्य सरकारी नौकरी दी जाएगी।
- इसके साथ ही नई कमेटी का गठन किया जाएगा जो रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में मामले की जांच करेगी।
- एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया है कि दोषियों के खिलाफ केस दर्ज हो गया है, जांच जारी है। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।
DM ऑफिस को भारतीय किसान यूनियन ने घेरा..
संयुक्त किसान मोर्चा के आवाहन पर लखीमपुर खीरी में धरना प्रदर्शन कर रहे किसानों की हत्या भाजपा के मंत्री द्वारा किए जाने को लेकर भारतीय किसान यूनियन ने सोमवार को देश भर में जिलाधिकारी कार्यालयों पर प्रदर्शन का ऐलान किया। कार्यकर्ताओं के लिए अलर्ट जारी करते हुए भाकियू ने कहा कि देश भर में डीएम और कमिश्नर के दफ्तरों के बाहर प्रदर्शन किया जाए। ज्यादा से ज्यादा संख्या में पहुंचकर आंदोलन को सफल बनाएं।भाकियू की बात मानते हुए प्रदर्शन शुरू किया गया। प्रदर्शनकारी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री को बर्खास्त करने और हत्यारों को फांसी की मांग कर रहे हैं। केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाज़ी भी जारी है। लखीमपुर खीरी की घटना के विरोध में किसान संगठनों ने संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले अलीगढ़ में भी अंबेडकर पार्क में सुबह 10 बजे से धरना दिया।
सीएम बघेल और डिप्टी सीएम रंधावा को लखनऊ एयरपोर्ट पर उतरने से रोका..
छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और पंजाब के डिप्टी सीएम सुखजिंदर रंधावा ने सोमवार को लखीमपुर खीरी जाने का ऐलान किया था, जिसके बाद यूपी के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने लखनऊ एयरपोर्ट से छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और पंजाब के डिप्टी सीएम सुखजिंदर एस रंधावा को एयरपोर्ट पर उतरने की इजाजत नहीं देने को कहा।
हिरासत में प्रियंका ने लगायी झाड़ू
लखीमपुर जा रहीं प्रियंका गांधी से पुलिस की काफी झड़प हुई। रोकने पर उन्होंने पुलिस से कहा कि ‘महिला से बात करना सीखो। तुम मुझे धकेला नहीं सकते। जाओ अफसरों से वारंट ले आओ, ऑर्डर निकलो नहीं तो मैं यहां से नहीं हिल रही हूं और अगर आप मुझे उस कार में डाल देंगे तो मैं आप पर अपहरण का आरोप लगाऊंगी।’ सीओ सिटी पीयूष सिंह द्वारा भारी पुलिस बल के साथ प्रियंका गांधी के काफिले को वापस सीतापुर लाया गया, उन्हें पीएसी की सेकेंड वाहिनी में लाकर रखा गया है। इसकी सूचना पाकर मौके पर पहुंचे कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पहले गेट के बाहर धरने पर बैठ कर प्रदर्शन किया। जिस गेस्ट हाउस में प्रियंका गांधी को रखा गया है, वहां का कमरा धूल भरा था। प्रियंका वहाँ झाड़ू लगाती नजर आईं।
अजय मिश्रा बोले- मौके पर नहीं था मेरा बेटा…
वहीं, जिले में हंगामे में गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी का बयान सामने आया। जिसमे उन्होंने कहा कि मेरे बेटे आशीष पर लगे आरोप निराधार हैं, वह मौके पर मौजूद नहीं था। प्रदर्शनकारियों ने हमारे दो कार्यकर्ताओं और एक ड्राइवर की पिटाई की और मार डाला। हम मामले में मामला दर्ज कर रहे हैं। हमारे पास वीडियो फुटेज है, जिससे साफ है कि मौके पर क्या हुआ?
दूसरी तरफ अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। आशीष मिश्रा के खिलाफ हत्या और गैर इरादतन हत्या की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार, तहरीर के आधार पर आशीष मिश्रा व 15-20 अज्ञात के खिलाफ धारा 147, 148, 149, 302, 130बी, 304ए के तहत मामला दर्ज किया गया है।
शिवपाल भी नजरबंद,राहुल ने बहन का मनोबल बढ़ाया..
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव की भी आज नजरबंद कर दिए गए । वहीं, कांग्रेस के सलमान खुर्शीद और प्रमोद तिवारी को भी नजरबंद किया गया। प्रियंका को हिरासत में लिए जाने के बाद राहुल गांधी ने ट्वीट कर अपनी बहन का मनोबल बढ़ाते हुए कहा है कि वह जानते हैं कि प्रियंका पीछे नहीं हटेंगी। वहीं प्रशान ने प्रदर्शनकारियों को लखीमपुर खीरी जाने से रोकने के लिए दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने राष्ट्रीय राजमार्ग-9 और 24 बंद कर दिया, जिससे दिल्ली से गाजियाबाद आने-जाने वाले कई रास्तों पर लंबा जाम लग गया। हालांकि, जाम लगने के बाद यूपी गेट से गाजियाबाद की तरफ जाने वाले एनएच-9 को खोल दिया गया।
किसानों ने अमृतसर में भाजपा कार्यालय घेरा, लखीमपुर जाने वाली ट्रेनें रद्द..
लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के विरोध में किसानों का प्रदर्शन विभिन्न राज्यों में जारी रहा। पंजाब के अमृतसर में भाजपा कार्यालय के बाहर पहुंचकर किसानों ने कार्यालय घेर लिया। वहीं, पूर्व मंत्री व कांग्रेस नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी भी सीतापुर पहुंच गए। लखीमपुर में बढ़ते हंगामे के बीच रेलवे ने लखीमपुर जाने वाली ट्रेनें रद्द कर दी हैं। लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा की आलोचना करते हुए जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अबदुल्ला ने ट्वीट कर उत्तर प्रदेश को नया जम्मू कश्मीर बताया। वहीं संभल में कांग्रेस ने मुख्यमंत्री का पुतला फूंका तो पुलिस ने सख्ती कर पुतला छीना लिया। पश्चिमी यूपी में भी सरकार के खिलाफ नारेबाजी हुई।
इस बीच हजारों कांग्रेस कार्यकर्ता सीतापुर में पीएसी परिसर के बाहर जमा हैं। शाम को उन्होंने मोमबत्ती जलाकर शहीद किसानों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की।