भारत समेत दुनियाभर में स्पैम कॉल मोबाइल उपभोक्ताओं के लिए परेशानी के साथ-साथ ठगी का भी बड़ा जरिया बनता जा रहा हैं। आए दिन मोबाइल कंपनियां भी मैसेज के जरिए स्पैम कॉल से अपने उपभोक्ताओं को बचाने के लिया अलर्ट करती हैं। इन सब के बावजूद भी बहुत से ऐसे लोग हैं। जो स्पैम कॉल से ठगी का शिकार हो जाते हैं। ट्रूकॉलर की एक ताज़ा रिपोर्ट से यह बात सामने आई है कि भारत में इस साल एक ही नंबर (स्पैमर) से 20.2 करोड़ कॉल किए गए।
20.2 करोड़ लोग हुए शिकार…
ग्लोबल प्लेटफॉर्म ‘ट्रूकॉलर’ ने अपनी पांचवीं वार्षिक ग्लोबल स्पैम रिपोर्ट में स्पैम कॉल से प्रभावित शीर्ष 20 देशों की सूची तैयार की है, जिसमें 1 जनवरी से 31 अक्टूबर 2021 तक के आंकड़ों का विश्लेषण किया गया है। इसके अनुसार, 2021 में एक ही स्पैमर ने जहां 20.2 करोड़ कॉल किए। वहीं, एक दिन में 6.64 लाख और हर घंटे 27 हजार कॉल के ज़रिए भारतीयों को ठगा या परेशान किया गया है।
स्पैम कॉल का सबसे बड़ा हिस्सा सेल्स कॉल…
रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना महामारी ने न केवल संचार व्यवहार बल्कि दुनिया में स्पैम पैटर्न को भी बदल दिया है। Truecaller ने 30 करोड़ यूजर्स के 37.8 अरब स्पैम कॉल्स को पहचानने और उन्हें ब्लॉक करने में मदद की है। 2021 में, स्पैम कॉल का सबसे बड़ा 93.5% हिस्सा सेल्स कॉल का था।
स्पैम कॉल्स की रैंकिंग में भारत चौथे नंबर पर…
रिपोर्ट के अनुसार, भारत में सेल्स और टेलीमार्केटिंग से जुड़े स्पैम कॉल्स में जबरदस्त इजाफा हुआ है। जिसकी वजह से हमारा देश स्पैम कॉल्स की रैंकिंग में नौवें से चौथे नंबर पर आ गया है। आपको बता दें कि इसके अलावा एक और दिलचस्प बात यह सामने आई है कि देश में स्पैम कॉल के जरिए सबसे आम ठगी अभी भी KYC के नाम पर हो रही है। इसमें धोखेबाज बैंक, वॉलेट या डिजिटल पेमेंट सर्विस का प्रतिनिधि बनकर लोगों से केवाईसी दस्तावेजों की जानकारी लेकर धोखाधड़ी करते हैं।