आप न्यूज मीडिया चैनलो को देखे वह कितने घटिया तरीके से आपके सामने तथ्यों को रख रहा है, लगभग सभी मीडिया चैनल की हेडलाइन है ‘पीएनबी स्कैम में चंदा कोचर ओर शिखा शर्मा को समन’
अंदर बताया जा रहा है कि Serious Fraud Investigation Office (SFIO) की तरफ ICICI बैंक की सीईओ चंदा कोचर और एक्सिस बैंक की सीईओ शिखा शर्मा को समन भेजा गया है
एक तरह से इसे एक सामान्य प्रक्रिया के तरह ही प्रस्तुत किया जा रहा है लेकिन जो बात छिपाई जा रही है वो यह हैं कि ये समन पीएनबी घोटाले की राशि 12672 करोड़ रुपए से बिल्कुल अलग मामले में भेजा गया है
याद कीजिएगा कि जब पहली बार यह घोटाला सामने आया था तो पीएनबी के टॉप ऑफिशियल का कहना था कि यह सिर्फ हमारा ही मामला नही है इसमें लोन देने में 30 ओर बैंक भी शामिल हैं, जो आज सामने आ गए है
और अब यह 5280 करोड़ का एक अलग फ्रॉड है
बताया जा रहा है कि करीब 31 बैंकों ने मेहुल चोकसी के गीतांजलि ग्रुप को करीब 5280 करोड़ रुपए का लोन दिया था. इनमें ICICI बैंक के करीब 405 करोड़ रुपए और एक्सिस बैंक की भी एक बड़ी राशि शामिल है.
खास बात यह है कि इस नए घोटाले में कोई LOU जैसी बात नही है जो पीएनबी वाले केस का आधार थी, इस कंसोर्टियम ने यह 5280 करोड़ की रकम कब दी इस बारे में भी सब छुपाया जा रहा है
जो लोग बैंको के निजीकरण के बात कर रहे थे वे इस मामले को जरूर देखें देश के दो शीर्षस्थ प्राइवेट बैंक icici ओर axis बैंक इस 31 बैंको के कंसोर्टियम का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं icici इसमें लीड बैंक था
SFIO को शक है कि नीरव मोदी और ‘हमारे मेहुल भाई’ उर्फ मेहुल चोकसी ने करीब 400 शैल कंपनियां तैयार कीं , जिनके डायरेक्टर भी फर्जी थे. इन सभी कंपनियों का इस्तेमाल सारे पैसों को भारत से बाहर पहुंचाने के लिए किया गया
शायद हमारे चौकिदार ने जब तीन लाख शैल कम्पनियो पर ताला लगा दिया था तब यह 400 कम्पनियाँ छूट गयी होगी? इसलिए इन एजेंसियों को आज मालूम पड़ रहा है!
लेकिन यह तो शुरू से ही मालूम था कि मेहुल चोकसी शैल कम्पनिया बनाकर मनी लॉन्ड्रिंग करता है 2013 अक्टूबर में यह खबरे आ गयी थी कि देश मे गीतांजलि जेम्स शैल कम्पनियों द्वारा शेयर प्राइस में सर्कुलर ट्रेडिंग के जरिए हेरफेर करने की कोशिश कर रहा है उस वक़्त नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ने जांच भी की थी ( 2013 की खबर का लिंक कमेन्ट बॉक्स में )
इन सबके बावजूद हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी उन्हें आदरपूर्वक हमारे मेहुल भाई कहकर संबोधित कर रहे थे तो इस बात से चंदा कोचर ओर शिखा शर्मा क्यो प्रभावित नही होते, उन्होंने भी तुंरन्त 30 बैंको का कंसोर्टियम बना कर नीरव चोकसी को वर्किंग केपिटल उपलब्ध करा दी यह घोटाला भारतीय बैंकिंग का दीवाला निकाल कर ही दम लेगा अब यह साबित होने जा रहा है कि यह दुनिया का सबसे बड़ा बैंक घोटाला है
गिरीश मालवीय इंदौर (मध्यप्रदेश )से हैं । आर्थिक विषयों के जानकार गिरीश मालवीय सोशल मीडिया पर अपनी गंभीर टिप्पणियों और विश्लेषण के लिए चर्चित हैं।