नवभारत टाइम्स, देश का नामी हिंदी अख़बार है। कभी राजेंद्र माथुर इसके संपादक थे तो इसकी प्रतिष्ठा भी थी। बहुत ज़्यादा थी। बहरहाल, समय के साथ उसने इसकी परवाह करनी छोड़ दी। कभी यह अख़बार हिंदी सिखाता था,अब हिंग्लिश उसकी आधिकारिक भाषा है।
लेकिन क्या मोदी जी के ‘न्यू इंडिया’ में सांप्रदायिक प्रचार करना भी उसकी आधिकारिक नीति बन गया है ? कम से कम 22 और 23 अक्टूबर को लव जेहाद पर छपी उसकी चित्रकथा, बदनीयती और ज़हरीले इरादों का सबूत है।
केरल की अखिला ने एक मुस्लिम से शादी की जिसका मामला सुप्रीम कोर्ट में है। आंतकी साज़िश का ऐंगल खोजने की ज़िम्मेदारी एनआईए को दी गई है, लेकिन चित्रकथा पढ़ कर कोई भी पाठक इसी नतीजे पर पहुँचेगा कि हिंदू लड़की का मुस्लिम से शादी मतलब आतंकी साज़िश का परवान चढ़ना ही है। अखिला, मेडिकल की छात्रा थी, लेकिन कोई बालिग हिंदू लड़की सोच-समझ भी सकती है, अपने जीवन साथी के चुनाव की योग्यता रखती है, यह बात लगता है कि नवभारत टाइम्स के संपादकों को मंज़ूर नहीं है। उनकी निगाह में हिंदू लड़की होगी तो चुपचाप माँ-बाप की मर्ज़ी से शादी कर लेगी।
हद तो ये है कि इस चित्रकथा में एनआईए के अधिकारी भी जाँच से पहले नतीजे पर पहुँचते नज़र आते हैं और समाजिक कार्यकर्ता का मतलब हिंदू लड़कियों को बरगलाकर धर्मपरिवर्तन कराना है।
सवाल उठता है कि नवभारत टाइम्स के संपादकों ने सांप्रदायिक प्रचार को इस तरह से अपने अख़बार में महत्व क्यों दिया। क्या उन पर कोई दबाव है, या फिर निजी स्तर पर भी वे ऐसा ही सोचते हैं। क्या वे भूल गए कि हिंदू लड़कियाँ ही मुस्लिम लड़कों से शादी नहीं करतीं, मुस्लिम लड़कियों ने भी हिंदू जीवन साथी चुनने में कोई कोताही नहीं की है।
ऐसी लव जिहादिनों की एक छोटी सी सूची उनके लिए पेश की जा रही है ताकि वे एक नई चित्रकथा के बारे में सोच सकें—
सलमा सिद्दिकी–कृशन चंदर
इरफ़ाना–शरद जोशी
रोशन आरा (अन्नपूर्णा देवी)–पं.रविशंकर
सुरैया–इन्द्रजीत गुप्ता
मेहरुन्निशा–अनिल विश्वास
गौहर बाई कर्नाटकी–बाल गंधर्व
शमा ज़ैदी–एम.एस.सथ्यु
शमशाद बेग़म–गनपत लाल भट्टी
ज़ोहरा सहगल–कामेश्वर नाथ सहगल
शीरीन मोहम्मद अली-नानाभाई भट्ट (महेशभट्ट के पिता)
नर्गिस–सुनील दत्त
वहीदा रहमान-कमल जीत
मधुबाला (मुमताज़ बेगम)-किशोर कुमार
तबस्सुम–विजय गोविल
मुमताज़–मयूर वाधवानी
रेहाना सुल्ताना–बी. आर इशारा
नादिरा–वी.एस.नायपॉल
नीलोफ़र–विष्णु भागवत
चांद उस्मानी–महेश कौल
मलिका बानो–किशोर शर्मा
असग़री बाई–चमन लाल गुप्ता
शकीला–पी जी सतीश
इम्तियाज़ गुल–अनिल धारकर
नीलिमा अज़ीम–पंकज कपूर
नादिरा ज़हीर–राज बब्बर
सीमा चिश्ती–सीताराम येचुरी
सारा अब्दुल्ला–सचिन पायलट
नफ़ीसा अली-कर्नल आर.एस. सोढ़ी
दिलनवाज शेख़ (मान्यता)-संजय दत्त
सुज़ैन खान–ऋतिक रोशन
अलविरा ख़ान–अतुल अग्निहोत्री
लैला ख़ान–रोहित राजपाल
मुनिरा जसदानवाला–नाना चुडास्मा
सिमोन ख़ान–अजय अरोरा
ज़रीना वहाब–आदित्य पंचोली
फ़ातिमा घडियाली–अजीत आगरकर
माना कादरी–सुनील शेट्टी
नज़ीम–अरुण आहूजा (गोविंदा के पिताजी )
फ़राह ख़ान–शिरीष कुंदर
ख़ुशबू(नक़हत ख़ान) –सुंदर सी
शबाना रज़ा–मनोज वाजपेयी
सबीना यास्मीन- कबीर सुमन
सोनम (बख्तावर)–राजीव राय
तस्नीम–विक्रम मेहता
शहनाज़–टीनू आनंद
फ़ौजिया फ़ातिमा–दिलीप चेरियन
फ़रीदा–पंकज उधास
जाहिदा हुसैन– के.एन सहाय
सईदा ख़ानम–ब्रिज सदाना
कौसर मुनीर–निर्मल पांडेय
फ़रहीन–मनोज प्रभाकर
शबनम–रोहित रामकृष्णन
शहनाज़ हुसैन–आर.के.पुरी
तजोर सुल्ताना–टी. के सप्रू
साजिदा–हेमंत भोंसले
शाहीन– सुमित सहगल
हबीबा रहमान–गजेंद्र चौहान
सबा नकवी–संजय भौमिक
नाज़नीन- मनीष तिवारी
नासिरा शर्मा (लेखिका)–डॉ.शर्मा
‘लव’ के गुनहगार, इधर भी हैं, उधर भी
जिहादिनों का प्यार, इधर भी है उधर भी..!
.बर्बरीक