बनारस के सर सुंदरलाल चिकित्सालय में मंगलवार को ऑपरेशन के बाद हुई मरीज़ों की मौत का मामला अब ज़ोर पकड़ता जा रहा है। बीएचयू के अस्पताल के खिलाफ एक एफआइआर हो चुकी है। विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से गठित जांच कमेटी की रिपोर्ट आज आनी है। इस बीच हिंदुस्तान अखबार के वाराणसी संस्करण में रविवार को घटना की विस्तृत रिपोर्ट छपी है।
हिंदुस्तान अखबार में रविवार को प्रकाशित वीणा तिवारी की रिपोर्ट में मेराज नाम के एक मरीज़ की कहानी विस्तार से बताई गई है जिसे किडनी में स्टोन था और वो ऑपरेशन करवाने वहां भर्ती हुआ था। ऑपरेशन के तीन घंटे बाद ही उसकी मौत हो गई। पूरी रिपोर्ट यहां पढ़ी जा सकती है।
11VR_VAR06_VAR_varlocal4स्थानीय मीडिया में प्रमुखता से उठ चुके इस मामले में बनारस की एक संस्था ने हस्तक्षेप करते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को एक पत्र लिखा है।
मानवाधिकार जन निगरानी (पीवीसीएचआर) समिति की प्रबंध ट्रस्टी श्रुति नागवंशी ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को एक पत्र लिख कर इस घटना की उच्चस्तरीय जांच करवाने और लापरवाही करने वाले अधिकारियों के खिलाफ़ कार्रवाई किए जाने समेत मृतकों के परिजनों को मुआवजा दिलवाए जाने की मांग उठाई है।
नीचे पीवीसीएचआर द्वारा भेजा गया पत्र पढि़ए-
सेवा में,
श्रीमान अध्यक्ष महोदय,
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग,
नई दिल्ली |
विषय : उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले के BHU में 24 घंटे में आपरेशन के बाद 9 मरीजो की मौत के सन्दर्भ में उच्चस्तरीय जांच एवं लापरवाही करने वाले अधिकारियो के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने और मृतकों के परिजनों को मुआवजा दिलाने के संदर्भ में |
महोदय,
आपका ध्यान 8 जून, 2017 के दैनिक समाचार “दैनिक जागरण” के इस खबर “24 घंटे में आपरेशन के बाद 9 मौतें” की ओर आकृष्ट कराना चाहता हूँ | उत्तर प्रदेश के जिला वाराणसी के BHU में यह दर्दनाक घटना घटित हुयी|
अतः आपसे अनुरोध है कि कृपया इस मामले को संज्ञान में लेते हुए मरीजो की मौत के सन्दर्भ में उच्चस्तरीय जांच एवं लापरवाही करने वाले अधिकारियो के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने और मृतकों के परिजनों को मुआवजा दिलाने की कृपा करें|
संलग्नक :
8 जून, 2017 के दैनिक समाचार पत्र “दैनिक जागरण” में प्रकाशित खबर की प्रति
भवदीय
श्रुति नागवंशी
मैनेजिंग ट्रस्टी
मानवाधिकार जननिगरानी समिति
सा 4/2 ए दौलतपुर, वाराणसी