तीन साल पहले अंग्रेज़ी की पत्रिका आउटलुक ने 29 जुलाई, 2013 के अपने अंक में आवरण पर एक फर्जीवाड़ा किया था। उसने केरल के वायनाड़ में कुपोषण से हुई दो बच्चों की मौत की खबर को कवर पर लेते हुए जो तस्वीर प्रकाशित की थी, वह तस्वीर श्रीलंका के गृहयुद्ध पर अमेरिकी विदेश विभाग द्वारा 2009 में जारी एक रिपोर्ट से उड़ाई हुई थी।
आज के दि इंडियन एक्सप्रेस में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को केरल की एक चुनावी रैली में उसी अंक के साथ दिखाया गया है। अमित शाह आउटलुक के तीन साल पुराने अंक की उस फर्जी तस्वीर को दिखाते हुए प्रधानमंत्री के सोमालिया वाले बयान के संदर्भ में मुख्यमंत्री उमेन चांडी से कह रहे हैं कि वे सोमालिया वाले बयान पर मोदी की माफी को भूल जाएं और गरीबी से हो रही बच्चों की मौत पर माफी मांगें।
पत्रकार प्रकाश के. रे ने इस आवरण के फर्जीवाड़े और उसके बहाने चल रहे बीजेपी के चुनावी प्रचार पर एक तीखी टिप्पणी करते हुए इसका खुलासा किया है:
आउटलुक ने जिस अमेरिकी रिपोर्ट से आवरण की तस्वीर उड़ाई है, उसके पेज नंबर 64 पर यह तस्वीर एक श्रीलंकाई महिला की है जो अपने हाथ में कुपोषित बच्चे को थामे हुए है। आउटलुक ने बड़ी सफाई से अपने कवर से उस महिला को गायब कर के केवल बच्चे वाला हिस्सा छापा था।