सेहराबुद्दी शेख मुठभेड़ हत्याकांड के मामले की सुनवाई कर रहे जज बीएस लोया की तीन साल पहले संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत पर दि कारवां में उद्घाटनकारी स्टोरी आने के बाद पूर्व नौसेना प्रमुख एडमिरल रामदास ने भारत के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर इस मामले में जांच की मांग की है।
इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, कांग्रेस, सीपीएम और दिल्ली उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एपी शाह भी सीबीआइ जज लोया की मौत की जांच की मांग उठा चुके हैं।
बीते 24 नवंबर को लिखे एक पत्र में मैग्सायसाय पुरस्कार विजेता पूर्व नौसेना प्रमुख एडमिरल एल रामदास ने मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर इस मामले में एक न्यायिक जांच आयोग बैठाने की बात कही है। उन्होंने संविधान के मूल्यों का हवाला देते हुए लिखा है: घटनाक्रम पर न्यायपालिका की चुप्पी परेशान करने वाली है। जस्टिस लोया के परिजनों द्वारा किए गए उद्घाटनों के मद्देनजर यह सब काफी उलझाने वाला है जिन्होंने उनकी अचानक हुई मौत की परिस्थितियों के संबंध में सवाल उठाए हैं।”
वे लिखते हैं, ”भारत की जनता की निगाह में न्यायपालिका की छवि को कायम रखने के लिए इस वक्त कम से कम एक न्यायिक जांच तो बनती है। नौसेना का पूर्व प्रमुख होने के नाते मुझे लगता है कि इस समूचे घटनाक्रम को लेकर किसी भी शंका का समाधन करना बहुत ज़रूरी है।”
एडमिरल रामदास का पत्र नीचे पढ़ें:
LR Letter to the CJI