निर्देशक-लेखक अविनाश दास भी गुजरात पुलिस की हिरासत में, आरोप – ट्वीट करना!

मयंक सक्सेना मयंक सक्सेना
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मुंबई में हिंदी फिल्मों के लेखक-निर्देशक और पूर्व पत्रकार अविनाश दास को गुजरात पुलिस की क्राइम ब्रांच ने आज उस समय हिरासत में ले लिया, जब वो अपने घर से दफ्तर के लिए जा रहे थे। उनकी गिरफ्तारी सोशल मीडिया पर की गई उनकी दो पोस्ट्स के आधार पर की गई है। इनमें से एक ट्वीट है, जिसमें उन्होंने ED द्वारा गिरफ्तार की गई आईएएस अफसर पूजा सिंघल के साथ केंद्रीय गृहमंत्री की एक तस्वीर साझा की थी। इसके अलावा दूसरी तस्वीर एक प्रख्यात पेंटिंग की है, जिसमें एक महिला राष्ट्रीय ध्वज परिधान के तौर पर पहने है।

पहली तस्वीर को साझा करते समय, अविनाश दास पर आरोप है कि उन्होंने तस्वीर के साथ उसकी तारीख़ ग़लत साझा की है। इस मामले में उन पर गुजरात में दर्ज एफआईआर में सेक्शन 469 (फोर्जरी) लगाया गया है। दिलचस्प बात ये है कि ये मामला ज़मानती है लेकिन उनके द्वारा इसके पहले गुजरात के सत्र न्यायालय में लगाई गई ट्रांज़िट बेल और फिर हाईकोर्ट में दाखिल की गई एंटीसिपेटरी बेल की याचिकाएं खारिज कर दी गई।

इसके बाद अविनाश दास की ओर से सुप्रीम कोर्ट में एंटीसिपेटरी बेल की याचिका दाखिल की गई थी। जिसकी इसी सप्ताह सुनवाई थी लेकिन इसके पहले ही गुजरात पुलिस की क्राइम ब्रांच ने उनको मुंबई से गिरफ्तार कर लिया है। नियमानुसार, उनको कल ही अहमदाबाद में मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाना होगा, जहां उनकी ज़मानत या फिर पुलिस कस्टडी पर फैसला होगा।

इस मामले में ख़ास बात ये है कि जहां केंद्रीय गृहमंत्री की तस्वीर साझा करने का मामला हाल का है, वहीं दूसरी पोस्ट ऐसी चुनी गई है, जो पुरानी है। सिर्फ इतना ही नहीं, सोशल मीडिया पर सत्ताधारी पार्टी के समर्थकों से लेकर, न जाने कितने नेता लगातार फेक न्यूज़ और ग़लत तथ्यों को प्रचारित प्रसारित करते रहे हैं लेकिन उनके ख़िलाफ़ शिकायतों के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

ऐसे में अविनाश दास के मामले में इस तरह की सक्रियता को लेकर सवाल उठ रहे हैं। हाल ही में तीस्ता सेतलवाड़, ऑल्ट न्यूज़ के संस्थापक ज़ुबैर, एक्टिविस्ट हिमांशु कुमार पर 5 लाख के जुर्माने के बाद ये एक ही महीने में ऐसा चौथा मामला है। अविनाश दास अनारकली ऑफ आरा, रात बाकी है के अलावा नेटफ्लिक्स की सीरीज़ शी के पहले सीज़न के निर्देशक हैं।


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