हाथरस में दलित युवती से गैंगरेप की घटना से देश भर में उबाल है, इसी बीच बलरामपुर में भी ऐसी ही हैवालियत हुई है और इस बार भी शिकार एक दलित युवती है। 22 साल की इस युवती के साथ गैंगरेप के बाद उसकी कमर और पैर तोड़ दिये गये। किसी तरह रिक्शे पर बैठकर वह घर पहुँची जहाँ उसकी मौत हो गयी। पुलिस ने इस सिलसिले में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
युवती की माँ का आरोप है कि उसकी बेटी को इंजेक्शन लगाकर हैवानियत को अंजाम दिया गया। पुलिस अधीक्षक देव रंजन वर्मा ने बताया है कि घटना की जाँच की जा रही है।
यह वारदात बलरामपुर के गैसड़ी कोतवाली क्षेत्र की है। युवती के परिजनों का आरोप है कि वह 29 सितंबर की सुबह बी.काम में एडमीशन लेने घर से निकली थी। पर शाम तक नहीं लौटी तो खोजबीन शुरू हुई। शाम सात बजे बुरी तरह घायल अवस्था में वह रिक्शे से घर पहुँची। गाँव के शुरुआती इलाज के बाद परिजन उसे लेकर जिला मुख्यालय के लिए रवाना हुए लेकिन रास्ते में ही युवती की मौत हो गयी। परिजनों ने गाँव के ही पाँच -छह लड़कों पर अपहरण का आरोप लगाया है।
काँग्रेस ने इस घटना को लेकर योगी सरकार पर हमला बोला है। बलरामपुर रेप कांड को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने योगी सरकार पर हमला बोला है। राहुल गांधी ने #BalrampurHorror हैसटैग के साथ ट्वीट कर कहा कि “UP के जंगलराज में बेटियों पर ज़ुल्म और सरकार की सीनाज़ोरी जारी है। कभी जीते-जी सम्मान नहीं दिया और अंतिम संस्कार की गरिमा भी छीन ली।
भाजपा का नारा ‘बेटी बचाओ’ नहीं, ‘तथ्य छुपाओ, सत्ता बचाओ’ है।
UP के जंगलराज में बेटियों पर ज़ुल्म और सरकार की सीनाज़ोरी जारी है।
कभी जीते-जी सम्मान नहीं दिया और अंतिम संस्कार की गरिमा भी छीन ली।
भाजपा का नारा ‘बेटी बचाओ’ नहीं, ‘तथ्य छुपाओ, सत्ता बचाओ’ है।#BalrampurHorror
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 1, 2020
कांग्रेस महासचिव व यूपी की प्रभारी प्रियंका गांधी ने कहा कि “हाथरस जैसी वीभत्स घटना बलरामपुर में घटी। लड़की का बलात्कार कर पैर और कमर तोड़ दी गई। आजमगढ़, बागपत, बुलंदशहर में बच्चियों से दरिंदगी हुई।
यूपी में फैले जंगलराज की हद नहीं। मार्केटिंग, भाषणों से कानून व्यवस्था नहीं चलती। ये मुख्यमंत्री की जवाबदेही का वक्त है। जनता को जवाब चाहिए”।
हाथरस जैसी वीभत्स घटना बलरामपुर में घटी। लड़की का बलात्कार कर पैर और कमर तोड़ दी गई। आजमगढ़, बागपत, बुलंदशहर में बच्चियों से दरिंदगी हुई।
यूपी में फैले जंगलराज की हद नहीं। मार्केटिंग, भाषणों से कानून व्यवस्था नहीं चलती। ये मुख्यमंत्री की जवाबदेही का वक्त है। जनता को जवाब चाहिए।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 1, 2020
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व यूपी के पूर्व मुख्मयंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि “हाथरस के बाद अब बलरामपुर में भी एक बेटी के साथ सामूहिक बलात्कार और उत्पीड़न का घृणित अपराध हुआ है व घायलावस्था में पीड़िता की मृत्यु हो गयी है। श्रद्धांजलि!
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार बलरामपुर में हाथरस जैसी लापरवाही व लीपापोती न करे और अपराधियों पर तत्काल कार्रवाई करे।
हाथरस के बाद अब बलरामपुर में भी एक बेटी के साथ सामूहिक बलात्कार और उत्पीड़न का घृणित अपराध हुआ है व घायलावस्था में पीड़िता की मृत्यु हो गयी है. श्रद्धांजलि!
भाजपा सरकार बलरामपुर में हाथरस जैसी लापरवाही व लीपापोती न करे और अपराधियों पर तत्काल कार्रवाई करे.#Balrampur#NoMoreBJP
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 30, 2020
भीमा आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद ने ट्वीट कर कहा कि “मैं अपने घर पर ही धरने पर बैठा हूँ, अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उत्तरप्रदेस में दलितों के साथ अन्याय किया जा रहा है अब तक अपराधियों को संरक्षण और अमानवीय कृत्य करने वाले हाथरस के झूठे DM और एसएसपी को हटाया नही है ऐसे नालायक लोगों से न्याय की उम्मीद कैसे की जा सकती है”।
मैं अपने घर पर ही धरने पर बैठा हूँ, अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उत्तरप्रदेस में दलितों के साथ अन्याय किया जा रहा है अब तक अपराधियों को संरक्षण और अमानवीय कृत्य करने वाले हाथरस के झूठे DM और एसएसपी को हटाया नही है ऐसे नालायक लोगों से न्याय की उम्मीद कैसे की जा सकती है।
— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) October 1, 2020
चर्चित दलित नेता व गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवानी ने ट्वीट कर कहा कि “यूपी में एक ओर बलात्कार: अभी अभी खबर आ रही है कि यूपी के बलरामपुर में भी एक महिला से साथ बलात्कार करके, उसके पैर और कमर को कुचल दिया और फिर कर दी हत्या। योगी आदित्यनाथ के शासन काल में यूपी में कानून और संविधान के धज्जियां उड रहे है। योगी आदित्यनाथ के इस्तीफे की मांग तेज हो।
यूपी में एक ओर बलात्कार :
अभी अभी खबर आ रही है कि यूपी के बलरामपुर में भी एक महिला से साथ बलात्कार करके, उसके पैर और कमर को कुचल दिया और फिर कर दी हत्या। योगी आदित्यनाथ के शासन काल में यूपी में कानून और संविधान के धज्जियां उड रहे है।
योगी आदित्यनाथ के इस्तीफे की मांग तेज हो
— Jignesh Mevani (@jigneshmevani80) September 30, 2020