लखीमपुर किसान नरसंहार के मामले में अजय मिश्रा टेनी की बर्खास्तगी की मांग पत्रकारों से की गई बदसलूकी के बाद और तेज़ हो गई है। मंत्री को पद से हटाने के लिए कांग्रेस के विधायकों और कार्यकर्ताओं ने आज दूसरे दिन भी विधानसभा मार्च किया। प्रदेश कमेटी के आह्वान पर पूरे प्रदेश में आंदोलन हुआ। हर जिला मुख्यालय पर कांग्रेस जनों ने टेनी की बरखास्तगी की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।
गृह मंत्री अजय मिश्र टेनी को बर्खास्त करो किसानों को न्याय दो…
जानकारी के अनुसार, कांग्रेस के विधायक विधानसभा के दोनों सदनों में लखीमपुर नरसंहार और टेनी को बचाने का मुद्दा उठाएंगे। आपको बता दें कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, और महासचिव प्रियांक गांधी भी नरसंहार के बाद से ही टेनी की बरख़ास्तगी की मांग कर रहे हैं। गुरूवार को लगातार दूसरे दिन कांग्रेस विधायकों और कार्यकर्ताओं ने जीपीओ स्थित गांधी प्रतिमा से विधानसभा तक मार्च किया। विधानसभा के मुख्य द्वार पर पहुंच सभी ने धरना दिया। प्रदर्शन कर रहे विधायकों और करकर्ताओं ने मंत्री को बर्खास्त करने के लिए जमकर नारे भी लगाए। प्रदर्शन के दौरान अजय कुमार लल्लू और वहां मौजूद विधायक व कारकर्ताओं के हाथों में पोस्टर दिखे जिसमे लिखा था, “गृह मंत्री अजय मिश्र टेनी को बर्खास्त करो किसानों को न्याय दो।” कांग्रेस के विधायकों का आरोप है कि इस दौरान पुलिस ने उनके साथ बदसलूकी की और मार्च रोकने की भी कोशिश की गई।
यह सरकार किसानों के साथ अन्याय कर रही…
पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री अजय कुमार लल्लू ने मीडिया से बात करते हुए सरकार पर किसानों के अन्याय का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, यह सरकार किसानों के साथ अन्याय कर रही है। प्रियंका गांधी और राहुल गांधी लगातार किसानों को न्याय दिलाने के लिए मंत्री अजय टेनी की बर्खास्तगी की मांग कर रहे हैं। उन्होंने के कहा, राहुल गांधी कल भी लोकसभा में चर्चा करना चाहते थे, लेकिन सदन में सरकार चर्चा से भाग रही है।
उन्होंने सरकार से सवाल करते हुए कहा, आखिर कौन सी ऐसी परिस्थिति है कि एसआईटी जांच की रिपोर्ट आने के बाद भी अब तक अजय मिश्रा टेनी को बर्खास्त नहीं किया गया? कौन सा ऐसा कारण है कि उन्हें बचाया जा रहा है? लल्लू ने कल अजय मिश्रा द्वारा की गई अभद्रता का ज़िक्र करते हूं कहा कि कल पत्रकारों से मंत्री ने बदसलूकी की। क्या लोकतंत्र में सही सवाल पूछना भी गलत हो गया है? विधानसभा तक कांग्रेस पार्टी मार्च करते हुए पैदल जाएगी। उन्हीं कहा कि इस मुद्दे को विधानसभा में हम मजबूती से उठाएंगे और जब तक केंद्र सरकार मंत्री को बर्खास्त नहीं करती हमारी लड़ाई जारी रही।