काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) इन दिनों छात्रों के धरना प्रदर्शन के कारण सुर्खियों में बना हुआ है। 22 फरवरी को विश्वविद्यालय के प्रथम व द्वितीय वर्ष के छात्र पूर्ण रूप से विश्वविद्यालय खोलने तथा सुचारू रूप से पठन-पाठन प्रारंभ कराने की मांग को लेकर सिंह द्वार पर प्रदर्शन करते हुए धरने पर बैठ गए हैं।
छात्रों ने कहा कि हम लोग पूर्ण रूप से कैंपस खोलने की मांग को लेकर आज धरने पर बैठे हैं। पिछली बार हम लोग धरना प्रदर्शन किए थे, तो बीएचयू प्रशासन द्वारा आश्वासन के बाद तृतीय वर्ष के छात्रों के लिए कक्षाएं खोल दी गई थीं। उस दौरान बीएचयू प्रशासन ने हम लोगों को आश्वासन दिया था कि चरणबद्ध तरीके से विश्वविद्यालय को सभी छात्र छात्राओं के लिए खोल दिया जाएगा। बावजूद काफी दिन बीतने के बाद भी बीएचयू प्रशासन द्वारा प्रथम वर्ष और द्वितीय वर्ष के छात्रों के लिए अभी तक कक्षाएं प्रारंभ नहीं की गयी हैं। विश्वविद्यालय द्वारा अभी तक द्वितीय वर्ष और तृतीय वर्ष के छात्रों के लिए कक्षाएं प्रारंभ करने के लिए कोई तारीख नहीं दी गई है।
इस बावत भगत सिंह छात्र मोर्चा के अनुपम बताते हैं कि पूरे देश में चुनाव हो रहे हैं, सरकारें बन रही हैं, गिराई भी जा रही हैं। लेकिन देश के सारे विश्वविद्यालय लगभग एक साल से बंद हैं। सरकार को विश्वविद्यालय खुलवाने से ज्यादा दारू के ठेके खुलवाने पर ध्यान है। भारत की सारी स्टेट यूनिवर्सिटी खुल चुकी हैं, परन्तु केंद्रीय विश्वविद्यालय अभी भी बंद है। छात्रों का कहना है कि महामना की तेईस सौ एकड़ की जगह पांच इच का मोबाइल डिस्प्ले नहीं ले सकता। ऑनलाइन शिक्षा के नाम पर छात्रों को गुमराह किया का रहा है और कहा जा रहा कि यह नया भारत है।
यह उसका नया सिस्टम है, जहां अब पढ़ाई करने के लिए भी धरना देना पड़ रहा है। बीएचयू प्रशासन के निर्देशानुसार तृतीय वर्ष के छात्रों के लिए विश्वविद्यालय खोलने की बात कही गई है। परंतु न उनका टाइम टेबल जारी हुआ है और न ही विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से कोई सूचना आई है। विश्वविद्यालय में सभी दुकानें, सभागार और कार्यालय खुल चुके हैं, सिर्फ कक्षाएं खोलना बाकी रह गया है। वे कहते हैं कि सभी छात्रों की मांग है कि विश्वविद्यालय को पूरी तरह से पहले की तरह खोला जाय। छात्रों ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि अगर विश्वविद्यालय नहीं खोला गया तो यह आंदोलन लगातार चलता रहेगा।
बता दें कि ऑनलाइन क्लास तो चलाया जा रहा है परंतु ऑनलाइन क्लास में छात्र-छात्राओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
छात्रों ने बताया है कि ऑनलाइन क्लास के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है। छात्रों का कहना है कि अगर विश्वविद्यालय हम लोगों से वार्ता कर कक्षाएं खोलने का कोई तारीख नहीं बताता है तो हम लोगों का धरना अनवरत चलता रहेगा। वहीं सूत्र बताते हैं कि धरने की सूचना के बाद बीएचयू प्रशासन छात्रों से वार्ता करने में जुट गया है। वहीं धरना स्थल पर बीएचयू प्रशासन द्वारा सुरक्षाकर्मी व पुलिस फोर्स को तैनात कर दिया गया है।
विशद कुमार, स्वतंत्र पत्रकार हैं।