नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ लखनऊ के घंटाघर पर धरने पर बैठी महिलाओं पर पुलिस लाठीचार्ज की खबर है. खबर के मुताबिक, लखनऊ में कोरोना वायरस से संक्रमित होने के 5 मामले सामने आने के बाद पुलिस सीएए के खिलाफ घंटाघर पर प्रदर्शन कर रही महिलाओं को हटाने पहुंची थी. महिलाओं ने वहां से हटने से इंकार कर दिया और इस बात पर पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा.
Lucknow: Police appeals women to call off their protest against Citizenship Amendment Act (CAA) at Ghanta Ghar. The protest has been going on for several weeks. pic.twitter.com/fZkn5YY0x1
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 19, 2020
पुलिस ने महिलाओं से कहा कि घंटाघर से केजीएमयू नजदीक है, जहां कोरोना से संक्रमित मरीजों का इलाज चल रहा है. लिहाजा वे धरना ख़त्म कर दें, क्योंकि भीड़भाड़ की वजह से संक्रमण का खतरा है.
लेकिन प्रदर्शनकारी महिलाओं ने पुलिस की एक नहीं सुनी और घंटाघर खाली करने से मना कर दिया. इसके बाद पुलिस ने उन्हें नोटिस थमाया. जिसे महिलाओं ने स्वीकार कर लिया, लेकिन हटने को तैयार नहीं हुई.
आरोप है कि इस दौरान पुलिस ने महिलाओं पर बल प्रयोग किया और महिलाओं के साथ अभद्रता की, महिलाओं के पेट पर लाठी,लात और घूसों से मारा, मौके पर तीन महिलाएं बेहोश और कई महिलाएं अस्पताल में भर्ती हैं.
प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर मंच पर की तोड़ फोड़,महिलाओं के साथ किया अभद्रता,बुजुर्ग महिलाओं तक को पीटने का आरोप लगाया है.