कानपुर में रविवार आधी रात इलेक्ट्रिक बस ने खूब तांडव मचाया। घंटाघर से टाटमिल चौराहे तक बस ने आधा दर्जन वाहनों को टक्कर मारी और 15 लोगों को रौंद दिया। आखिर में बीच चौराहे पर बने ट्रैफिक बूथ से टकराते हुए डंपर में घुस गई। हादसे में छह लोगों की मौत हो गई। नौ लोग घायल हैं।
तेज रफ्तार इलेक्ट्रिक बस रात तकरीबन साढ़े ग्यारह बजे घंटाघर चौराहे से टाटमिल की तरफ जा रही थी। पुल उतरते ही बस को विपरीत दिशा में चालक ने दौड़ाना शुरू किया और जो बीच में आया उसको रौंदते हुए निकल गया।
मौत की बस
लाटूश रोड निवासी शिवम उर्फ शुभम सोनकर (30) अपने दोस्त ट्विंकल उर्फ सुनील सोनकर (30) व रमेश यादव एक स्कूटी से थे। ये भी बस की चपेट में आ गए। जिसमें शिवम व सुनील की मौत हो गई। वहीं बाइक सवार बेकनगंज निवासी अस्लान (20) भी वहीं से गुजर रहे थे। उनकी भी मौत हो गई। नौबस्ता के केशव नगर निवासी अजीत कुमार (60) की भी मौत हो गई। अन्य की पहचान नहीं हो सकी। ई-बस ने सबसे पहले एक स्विफ्ट कार, फिर दो बाइकों, दो स्कूटी, एक टेंपो, एक जेन कार और फिर डंपर में टक्कर मारी। छह को मौत की नींद सुला दिया।
राष्ट्रपति ने जताया दुख
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट किया। जिसमें उन्होंने कहा कि कानपुर में हुई बस दुर्घटना में कई लोगों के हताहत होने की खबर से अत्यंत दुःख हुआ है। इस घटना में अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के प्रति मेरी गहन शोक-संवेदनाएं। मैं घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।
प्रियंका गांधी ने भी जताता शोख
कानपुर से सड़क हादसे का बहुत ही दुखद समाचार प्राप्त हुआ। मृतकों के परिजनों के प्रति मेरी गहरी शोक संवेदनाएं। मैं ईश्वर से प्रार्थना करती हूं कि घायलों को जल्द स्वास्थ्य लाभ मिले।