उत्तर प्रदेश में नागरिकता संशाेधन कानून के खिलाफ जारी विरोध प्रदर्शन हिंसक रूप ले चुका है। राजधानी लखनऊ और संभल में रोडवेज़ बसें फूंक दी गयी हैं। गाड़ियों को आग लगायी गयी है और पुलिस पोस्ट को आग के हवाले कर दिया गया है। शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने निकले प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यह एक साजिश है जिसके तहत दंगाइयों को दंगा करने की खुली छूट दी गयी है।
राजधानी लखनऊ में परिवर्तन चौक से कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, शाहनवाज़ आलम सहित तमाम नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया है। अब भी उस इलाके में आगजनी की छिटपुट घटनाएं हो रही हैं और प्रदर्शनकारी सवाल उठा रहे हैं कि आखिर वे कौन लोग हैं जो पेशेवर तरीके से दंगा भड़का रहे हैं और पुलिस मौन है। शहर की जानी मानी एक्टिविस्ट सदफ़ ज़फ़र ने सिलसिलेवार विस्तृत वीडियो बनाकर पोस्ट किए हैं जिसमें साफ़ देखा जा सकता है कि कुछ उपद्रवी तत्व गाड़ियों में आग लगा रहे हैं।
यूपी के अलग अलग हिस्सों से गिरफ्तारी और हिरासत की खबरें हैं।
नागरिकता संसोधन कानून को लेकर समाजवादी पार्टी द्वारा पूरे प्रदेश में बुलाये गये विरोध प्रदर्शन के क्रम में बुधवार को जनपद मुख्यालय पर भारी संख्या में सपाइयों का जमावड़ा हुआ जहां यूपी में लागू धारा 144 के बावजूद सभा कर रहे समाजवादी पार्टी के लगभग 200 सपा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार किया।
बनारस में बीएचयू के 50 से ज्यादा छात्रों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। बनारस में गिरफ्तार छात्रों की रिहाई के लिए बनारस पुलिस मुख्यालय के सामने धरना चल रहा है।
गोरखपुर और आज़मगढ़ से भी प्रदर्शन की खबरें हैं। संभल में इंटरनेट शटडाउन कर दिया गया है। वहां यूपी रोडवेज की एक बस फूंक दी गयी थी।
Sambhal: A State Transport bus set ablaze, allegedly during protest against #CitizenshipAmendmentAct. More details awaited. pic.twitter.com/rtjO2rEF1A
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) December 19, 2019
Samajwadi Party workers stage protest against the #CitizenshipAmendmentAct, in Gorakhpur pic.twitter.com/E5g09beHa9
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) December 19, 2019
मऊ, बनारस, अलीगढ़, प्रयागराज से बड़े पैमाने पर गिफ्तारियां की गयी हैं। सीआरपीसी की धारा 149 के तहत 3000 से ज्यादा लोगों को नोटिस दिया गया है।
UP DGP OP Singh: We've made arrests in Mau,Varanasi, Aligarh,Prayagraj&Lucknow.Over 3000 ppl served notices 149 CrPc. We're monitoring on social media, we've made few arrests&kept few people under observation. I appeal to all to not spread fake news&rumours using social media https://t.co/CR4uFtsSMP pic.twitter.com/0RidENcx1C
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) December 19, 2019