अमेठी में पांच साल से मेहनत कर रहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी आखिरी मौके पर चौबीस घंटे में लगातार दो बार गच्चा खा गईं। पांचवें चरण में अमेठी लोकसभा सीट पर सोमवार को हुए मतदान के दौरान एक वृद्धा का वीडियो ट्वीट करते हुए उन्होंने राहुल गांधी पर आरोप लगाया कि वे बूथ पर कब्ज़ा करवा रहे हैं।
Alert @ECISVEEP Congress President @RahulGandhi ensuring booth capturing. https://t.co/KbAgGOrRhI
— Smriti Z Irani (Modi Ka Parivar) (@smritiirani) May 6, 2019
अमेठी के जिलाधिकारी ने तो इस आरोप का खंडन किया ही, अब चुनाव आयोग ने ईरानी के इस आरोप को ‘’गलत’’ करार दिया है।
https://twitter.com/navi42937935/status/1125449003959590912
उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी वेंकटेश्वरुलु ने कहा है कि स्मृति ईरानी के बूथ कैप्चरिंग के आरोप गलत हैं। उन्होंने कहा है कि प्रसारित वीडियो क्लिप में वृद्धा के लगाए गए आरोप ‘’बेबुनियाद’’ हैं।
Chief Electoral Officer (CEO) of #UttarPradesh, Lakku Venkateshwarlu, has said that the allegations of booth capturing leveled by Union minister #SmritiIrani in #Amethi are false https://t.co/aMIUSXFPnW
— National Herald (@NH_India) May 7, 2019
इससे ठीक एक दिन पहले उन्होंने एक व्यक्ति का वीडियो ट्वीट करते हुए आरोप लगाया था कि वहां के अस्पताल ने आयुष्मान कार्ड धारक उक्त व्यक्ति के परिजन का इलाज नहीं किया जिससे उसकी मौत हो गई। अस्पताल के निदेशक ने इस आरोप का खंडन करते हुए कहा कि उक्त व्यक्ति आयुष्मान कार्ड धारक नहीं था फिर भी उसका इलाज किया गया। इस घटना ने ईरानी के दावे की हवा निकाल दी।
फिर भी वे नहीं मानीं और बूथ कैप्चरिंग जैसे संगीन मामले में एक वृद्धा की बात पर भरोसा कर बैंठीं। चुनाव आयोग ने कहा है कि ईरानी द्वारा वृद्धा का जो वीडियो क्लिप पोस्ट किया गया है उससे छेड़छाड़ की गई है।
दिलचस्प यह है कि ईरानी के दोनों फर्जी आरोपों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिना मौका गंवाए ले उड़े और उन्होंने अपनी जनसभाओं व रैलियों में इन्हें दुहरा दिया। अब दोनों आरोप गलत निकलने पर न केवल ईरानी की किरकिरी हुई है बल्कि मोदी भी झूठे साबित हुए हैं।