Subscribe
×
Your name
Your email
Sunday 30th March 2025
Facebook
Twitter
Instgram
You Tube
Rss
MediaVigil
Comment is free, but facts are sacred
Subscribe
Subscribe
Facebook
Twitter
Instgram
You Tube
Rss
ख़बर
देश
प्रदेश
राजनीति
समाज
ख़बर
विज्ञान
मीडिया
सामाजिक न्याय
वीडियो
MV स्पोर्ट्स
Renaissance
आंदोलन
पर्यावरण
मीडिया
राजनीति
विज्ञान
संपादकीय
समाज
समुदाय
सांप्रदायिकता
सामाजिक न्याय
ख़बर
फैक्ट चेक
Home
»
डॉ. पंकज श्रीवास्तव
»
2
डॉ. पंकज श्रीवास्तव
डॉ. पंकज श्रीवास्तव
मीना भाभी: तुम सा मिला न कोय!
अल्पसंख्यकों के ‘जनसंहार’ की चेतावनी के बीच ‘तुष्टीकरण’ की याद!
फ्रांस के सम्राट लुई 14वें की तरह ख़ुद को ही ‘राज्य’ समझ रहे हैं मोदी!
INDIA की बड़ी लक़ीर के सामने NDA छोटा पड़ा!
मोदीराज में नष्ट हुई है भारत की ‘नैतिक आभा!’
स्वामी विवेकानंद, मांसाहार और धर्म का मर्म!
माफ़ कीजिए! राहुल वही हैं, आपने देर से पहचाना!
‘सत्याग्रही’ राहुल को चौबीस के रण से हटाने को बेचैन बीजेपी!
जर्जर होते लोकतंत्र में डीएनए का डंका!
बुद्ध को विष्णु-अवतार बताने को डॉ.आंबेडकर ने पागलपन क्यों कहा?
जातिवार जनगणना: ‘सामाजिक न्याय’ को राजनीति की धुरी बनाने में जुटे राहुल गाँधी!
बीजेपी-कांग्रेस को एक बता कर समाजवादी आंदोलन की ग़लती दोहरा रहे हैं अखिलेश
अख़बार के दफ़्तर में ‘जाति-समागम’ यानी अगला पड़ाव ‘जाति-अख़बार’ होगा!
हिमाचल प्रदेश: पीएम मोदी के चेहरे पर भारी पड़ा प्रियंका गाँधी का करिश्मा
‘वंशवादी’ नेहरू ने इंदिरा को नहीं, सरदार पटेल की बेटी को संसद भेजा था!
डॉ.आंबेडकर की 22 प्रतिज्ञाएँ दोहराने वालों पर बीजेपी का हमला ‘भारत’ के लिए ख़तरनाक!
‘समाजवादी’ विवेकानंद के विचारों के उलट है ‘हिंदुत्व’ राग!
सिंधिया ने ग़द्दारी न की होती तो रानी लक्ष्मीबाई का बलिदान न होता, 1857 में ही भागते अंग्रेज़!
टैगोर ने कहा था- ‘राष्ट्रगान को ब्रिटिश सम्राट की प्रशंसा कहना कॉमनसेंस की कमी !’
बीजेपी की ‘आंबेडकर पूजा’ बनाम उनकी 22 प्रतिज्ञाएँ
लेनिन का नाम अमर रहेगा- भगत सिंह
शिवाजी के मुस्लिम सेनानायकों को जानिए और पकड़िए चुनावजीवियों का झूठ!
जन्माष्टमी के स्वागत के बीच ‘कामसूत्र जलाओ’ अभियान के मायने…
फ़ासीवाद की पराजय के लिए राहुल गाँधी का भाषण लिखने को भी तैयार थे प्रो.वर्मा!
1857 की क्रांति का गुमनाम नायक अज़ीमुल्ला खाँ, जिसने पहला ‘क़ौमी तराना’ लिखा
« Prev
1
2
3
4
Next »
ख़बर
‘शिवमंदिर’ बताने की मुहिम के बीच ताजमहल बनने की आँखों देखी कहानी!
झारखंड में ‘बांग्लादेशी घुसपैठियों’ के नाम पर फैलाये गये बीजेपी के झूठ का पर्दाफाश
राधाकृष्णन प्रसंग: बौद्धिक चोरी के आरोप की शवपरीक्षा!
सरदार पटेल के साथ विश्वासघात है सरकारी कर्मचारियों को आरएसएस में जाने की छूट!
‘संविधान हत्या दिवस’ या नफ़रत की आग में बासी कढ़ी उबालने की कोशिश!
वीडियो
कांग्रेस की प्रेस कांफ्रेंस, कर्नाटका के सीएम का एलान और एक छोटा विश्लेषण..
कर्नाटक में कांग्रेस छायी, राहुल ने कहा – ‘नफ़रत के बाज़ार में मोहब्बत की दुकान खोल दी’
बृजभूषण के और उनके पक्ष में खड़े लोगों के तर्क में बुनियादी दिक्कतें क्या हैं?
लालकिले से राहुल के साथ, ‘कमल’ संदेश – कमल हासन ने क्या कहा?
मीडिया 24 घंटे सिर्फ नफ़रत फैला रहा है – लालकिले पर राहुल गांधी का भाषण देखिए
दस्तावेज़
भगत सिंह की सज़ा का विरोध करने वाले जस्टिस आग़ा हैदर को भुलाया क्यों?
‘शिवमंदिर’ बताने की मुहिम के बीच ताजमहल बनने की आँखों देखी कहानी!
इस्तीफ़े से पहले हिंदू कोड बिल पर डॉ.आंबेडकर का पुतला फूँक रहा था आरएसएस!
मोदी जी के ‘ध्यान’ में स्वामी विवेकानंद कहा हैं?
गोवा की आज़ादी में देरी के लिए पं.नेहरू पर आरोप लगाना RSS की हीनभावना
काॅलम
राहुल गाँधी के ‘जाति अपमान’ की आग से भस्म होगा बीजेपी का चक्रव्यूह !
सरदार पटेल के साथ विश्वासघात है सरकारी कर्मचारियों को आरएसएस में जाने की छूट!
कोई ‘बैल-बुद्धि’ ही हिटलर और स्टालिन को एक समान बताएगा!
ट्रंप पर चली गोली से राहुल को ज़ख़्मी करने की कोशिश बीजेपी की हिंसक-हीनभावना!
‘संविधान हत्या दिवस’ या नफ़रत की आग में बासी कढ़ी उबालने की कोशिश!
समाज
राधाकृष्णन प्रसंग: बौद्धिक चोरी के आरोप की शवपरीक्षा!
राहुल गाँधी के ‘जाति अपमान’ की आग से भस्म होगा बीजेपी का चक्रव्यूह !
शंकराचार्य का पीएम मोदी के ‘अधर्म’ को बताना भारत का ‘रिनैसाँस’ क्षण है!
अमेरिकी युनाइटेड मेथोडिस्ट चर्च ने भारत में ईसाईयों के उत्पीड़न की निंदा की
कांग्रेस घोषणापत्र की विकृत व्याख्या हिंदुओं के ‘न्याय-बोध’ का अपमान!
ओप-एड
भगत सिंह की सज़ा का विरोध करने वाले जस्टिस आग़ा हैदर को भुलाया क्यों?
‘शिवमंदिर’ बताने की मुहिम के बीच ताजमहल बनने की आँखों देखी कहानी!
राधाकृष्णन प्रसंग: बौद्धिक चोरी के आरोप की शवपरीक्षा!
राहुल गाँधी के ‘जाति अपमान’ की आग से भस्म होगा बीजेपी का चक्रव्यूह !
सरदार पटेल के साथ विश्वासघात है सरकारी कर्मचारियों को आरएसएस में जाने की छूट!