प्रियंका ने गिरफ़्तारी बताई अवैध, कार्यकर्ताओं ने निकाला मशाल जुलूस, बुधवार को पहुँचेंगे राहुल

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लखीमपुर में किसानों के नरसंहार के खिलाफ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी का सत्याग्रह बड़ा मुद्दा बन गया है। पूरे प्रदेश में कांग्रेस आंदोलित है। हजारों कार्यकर्ता सीतापुर में पीएसी गेस्टहाउस के सामने डटे हैं जहाँ प्रियंका गाँधी को गिरफ्तार करके रखा गया है। प्रियंका गाँधी ने कहा है कि उन्हें बिना किसी नोटिस या आदेश के गिरफ्तार किया गया है। खबर है कि कल राहुल गांधी भी लखनऊ पहुँच रहे हैं और सीतापुर और लखीमपुर जाने का प्रयास करेंगे। उनके साथ छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल और पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के होने की भी खबर है।

प्रियंका गाँधी की ओर से मंगलवार को जारी बयान में कहा गया है, ’38 घंटे बीत चुके हैं. मुझे न तो कोई ऑर्डर (गिरफ्तारी को लेकर) दिया गया है और न नोटिस।’ प्रियंका की ओर से जारी बयान में कहा गया है, ‘मुझे चार अक्‍टूबर को सुबह 4.30 बजे अरेस्‍ट किया गया। अरेस्‍ट करने वाले अधिकारी डीसीपी पीयूष कुमार सिंह (CO City, Sitapur) ने मौखिक तौर पर बताया कि सेक्‍शन 151 के अंतर्गत यह गिरफ्तारी की गई है। ‘

प्रियंका ने बयान में कहा कि  ‘जिस समय मुझे अरेस्‍ट किया गया, मैं सीतापुर जिले में यात्रा कर रही थी जो कि लखीमपुरी खीरी जिले की सीमा से करीब 20 किमी दूर है जहां धारा 144 लागे थी। मेरी जानकाीर के अनुसार, सीतापुर में धारा 144 लागू नहीं थी। बहरहाल, मैं चार अन्‍य लोगों के साथ एक वाहन पर यात्रा कर रही थी, इसमें दो स्‍थानीय कांग्रेस कार्यकर्ता के अलावा दीपेंद्र हुड्डा और संदीप सिंह थे।  इन चार लोगों के अलावा। कोई सुरक्षा वाहन या कांग्रेस कार्यकर्ता मेरे साथ नहीं था। इसके बाद मुझे दो महिला और दो पुरुष कांस्‍टेबल की साथ सीतापुर के PAC कंपाउंड ले जाया गया। इसके बाद मुझे दो महिला और दो पुरुष कांस्‍टेबल की साथ सीतापुर के PAC कंपाउंड ले जाया गया। 5 अक्‍टूबर की शाम 6.30 बजे तक मुझे किस आरोप में गिरफ्तार किया गया है, इस बारे में यूपी पुलिस या प्रशासन की ओर से जानकारी नहीं दी गई है।’

प्रियंका के बयान में कहा गया है, ‘मुझे न तो कोई ऑर्डर या नोटिस दिया गया है, न ही मुझे एफआईआर दिखाई गई है। मैंने सोशल मीडिया पर एक पेपर का एक हिस्‍सा देखा है जिसमें उन्‍होंने 11 लोगों का नाम दिया है, इसमें से 8 तो मेरी गिरफ्तारी के समय मौजूद भी नहीं थे। तथ्‍य यह है कि इन्‍होंने उन दो लोगों के नाम भी दिए हैं जो चार अक्‍टूबर की दोपहर को लखनऊ से मेरे कपड़े लेकर लाए थे। यहीं नहीं, मुझे न तो मजिस्‍ट्रेट या किसी अन्‍य न्‍यायिक अधिकारी के समक्ष पेश किया गया है. मुझे अपने कानूनी सलाहकार से भी मिलने नहीं दिया गया।’

इस बीच सीतापुर में लगातार कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आंदोलन जारी है। आज उन्होंने प्रियंका गाँधी की रिहाई के लिए मशाल जुलूस निकालकर आक्रोश दर्ज कराया।


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