यूपी के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने जिस अगस्त को मौत का महीना बताया था, वह अपने साथ गोरखपुर मेडिकल कॉलेज से 415 नवजात शिशुओं की जिंदगी की डोर काट कर चला गया ।
बाबा राघव दास मेडिकल कालेज, गोरखपुर में अगस्त माह के आखिरी दो दिनों में 29 बच्चों की मौत हुई। इसे लेकर अगस्त नवजात शिशुओं की मौत का आंकड़ा 415 तक पहुंच गया जो वर्ष 2016 के अगस्त माह की तुलना में 51 अधिक है।
बीआरडी मेडिकल कालेज के प्राचार्य पीके सिंह के मुताबिक 30 अगस्त को 13 बच्चों की मौत हुई। एनआईसीयू में आठ नवजात शिशुओं ने दम तोड़ा तो पीआईसीयू में 5 बच्चों की मौत हो गई। इसमें इंसेफेलाइटिस से दो बच्चों की जान गई.
nicu death | picu death | Total pediadeath | |
AUG 2016 | 174 | 190 | 364 |
AUG 2017 | 234 | 181 | 415 |
प्राचार्य ने 31 अगस्त में हुई मौतों का विवरण नहीं दिया लेकिन मेडिकल कालेज के सूत्रों के मुताबिक रात आठ बजे तक 16 बच्चों की मौत हो चुकी थी। इसमें पांच की मौत पीआईसीयू में तो 11 की मौत एनआईसीयू में हुई। इसमें से एक बच्चे की मौत इंसेफेलाइटिस से बतायी जा रही है।
नियोनेटल आईसीयू में 28 दिन से कम आयु के वह शिशु भर्ती होते हैं जिन्हें जन्म के बाद सांस लेने, संक्रमण और अत्यधिक कम वजन की समस्या होती है। पीआईसीयू में इंसेफेलाइटिस से ग्रस्त बच्चों के अलावा दूसरी बीमारियों से ग्रसित बच्चे भर्ती किए जाते हैं।