यूपी: बलिया के सरकारी स्कूल में छात्राओं से बनवाई जाती है रोटी, काग़ज़ पर रसोइये छह!

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उत्तर प्रदेश Published On :


सरकारी स्कूलों की व्यवस्था और टीचरों के किस्से तो आपने खूब सुने होंगे। जिस स्कूल में मां बाप बच्चों को पढ़ने के लिए भेज रहे हैं, वहां उन्हें किस तरह की पढ़ाई मिल रही है? मिल भी रही है या नही? सरकार सरकारी स्कूलों की बढ़ाई करने से पीछे नहीं हटती लेकिन कुछ न कुछ इन स्कूलों से ऐसा सामने आ ही जाता है जिससे सरकार की बातें धरी रह जाती है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है जिसने सरकार और सरकारी स्कूलों की  व्यवस्था के हालत को उजागर कर दिया है। यूपी के बलिया में एक सरकारी स्कूल में छात्राओं द्वारा रोटी बनाने का वीडियो वायरल हो रहा है। जिसे देख यूपी की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं।

स्कूल ड्रेस में  रोटी बनाती चार लड़कियां..

यूपी सरकार महिला सुरक्षा के मुद्दे पर यूपी को राम राज्य बताती है लेकिन सुरक्षा कितनी है? इससे पूरा राज्य अवगत हैं। वैसे ही शिक्षा को लेकर बड़ी-बड़ी बातें तो की जाती है लेकिन शिक्षा का हाल अब जागज़ाही हो रहा है। जिले के सीयर विकासखंड के समसुद्दीनपुर गांव स्थित कंपोजिट स्कूल में छात्राओं द्वारा रोटियां बनाने का वीडियो मंगलवार को वायरल हो गया। वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है की स्कूल की करीब चार छात्राओं से रोटियां बनवाई जा रही थीं। वीडियो में रोटी बनाती चारों लड़कियां स्कूल ड्रेस में नज़र आईं।

 हालांकि वीडियो सामने आने के बाद प्रधानाध्यापक निशाने पर आ गए हैं। गुरुवार को बीएसए शिवनारायण सिंह ने हेडमास्टर जयराम प्रसाद को सस्पेंड कर दिया है। लेकिन इससे यह सवाल तो नही खत्म होंगे की शिक्षा के नाम पर छात्राओं के साथ ऐसा खिलवाड़ क्यों और कब से किया जा रहा था? इस विडियो से सरकारी स्कूलों को लेकर सरकार कितनी सक्रिय है यह भी साफ हो गया है।

चावल खत्म हुए तो छात्राओं को ही लगाया रोटियां बनाने में…

वायरल विडियो के संबंध में पता चला कि सोमवार को दोपहर के भोजन के समय स्कूल में चावल खत्म हो गए थे। स्कूल में तैनात छह रसोइयों में से पांच काफी बुजुर्ग हैं।  इस वजह से छात्राओं को ही रोटियां बनाने में लगा दिया गया था। इस मामले की जांच बीएसएच ने बीईओ नागरा को सौंपी।

इन आरोपों में प्रधानाध्यापक निलंबित..

इस मामले में जांच अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी, नागरा की रिपोर्ट के आधार पर बीएसए ने यह कार्रवाई की है। जांच में मामला सही पाये जाने पर बीएसए ने प्रधानाध्यापक जयराम प्रसाद को पद की जिम्मेदारी का ठीक से निर्वहन न करने, मध्याह्न भोजन के निर्देशों की अवहेलना, छात्राओं की सुरक्षा में लापरवाही आदि के आरोप में निलंबित कर दिया है।  बीईओ नागर बंशीधर श्रीवास्तव को जांच अधिकारी नामित करते हुए 15 दिन में तलब किया गया है।

अक्सर छात्राओं से ही बनवाया जाता है खाना..

गांव के प्रधान प्रतिनिधि अशोक यादव का कहना है कि स्कूल में छह रसोइये हैं। लेकिन सिर्फ कहने के लिए इनमे से एक की मौत हो चुकी है, जबकि बाकी सभी की उम्र 60 साल से ऊपर है। यहां अक्सर छात्र-छात्राओं से खाना बनवाया जाता है।


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